गोलाघाट : हाल ही में असम के एक दुर्लभ गोल्डन टाइगर की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई. तस्वीर वायरल होने के कुछ दिनों बाद वन्यजीव विशेषज्ञों और संरक्षणवादियों ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि यह प्रजाति नई नहीं है, बल्कि एक सामान्य रॉयल बंगाल टाइगर है. इसमें पीली कोटिंग कम होती है और एक सामान्य बंगाल टाइगर की तुलना में यह अधिक सफेद होता है, जिसका कारण जीन है.
बता दें कि एक पर्यटक ने ब्रह्मपुत्र नदी जर्नी के दौरान इस दुर्लभ बाघ की तस्वीर कैद की और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया.
जैव विविधता और वन्यजीव संरक्षण संगठन, आरण्यक के साथ एक वन्यजीव शोधकर्ता डॉ फिरोज अहमद ने कहा कि इस बाघ में काली धारियां सामान्य बाघ की तुलना में काफी कम हैं. इसलिए यह अलग दिखता है. जानवरों का रंग जीन पर ही आधारित होता है, कुछ में छिपी हुई जीन की वजह से ऐसा अनोखा रंग बन जाता है.