लखनऊ : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक युवती द्वारा खुदकुशी करने के बाद उसके कमरे से मिला सुसाइड नोट चर्चा में है. 19 पन्नों के इस सुसाइड नोट में मृतका ने देश की कई समस्याओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समाधान की उम्मीद लगाई है.
मृतका के सुसाइड नोट में देश से संबंधित एक दर्जन समस्याओं का जिक्र किया गया है, जिसमें दो बच्चों का कानून, दीपावली पर आतिशबाजी पर रोक, होली पर कैमिकल युक्त रंगों पर प्रतिबंध, डॉक्टरों द्वारा महंगी दवाइयां बेचना, बुजुर्गों को घर से निकालना, सड़कों पर थूकना व मांसाहार करना शामिल है. युवती ने प्रधानमंत्री से इन समस्याओं को दूर करने की अपील की है. साथ ही सुसाइड के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है.
पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुसाइड की पुष्टि हुई है. संभल जिले के गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र स्थित बबराला कस्बे की रहने वाली हाईस्कूल की छात्रा आंचल ने 14 अगस्त को अपने घर में खुदकुशी कर ली थी.
छात्रा की मौत के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था. खुदकुशी के दो दिन बाद परिजनों को आंचल के कमरे में एक नोटबुक मिली जिसमें छात्रा ने 19 पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा हुआ था. इस सुसाइड नोट में छात्रा ने देश की कई समस्याओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री को सम्बोधित किया है.
सुसाइड नोट की शुरुआत में छात्रा ने अपना परिचय देते हुए लिखा, 'मुझे यह दुनिया पसंद नहीं है.' छात्रा के सुसाइड नोट के मुताबिक यहां लोग बुजुर्ग माता-पिता को घरों से निकाल देते हैं, साथ ही अपने फायदे के लिए पेड़ों को काटते हैं. छात्रा ने मांसाहार करने और राष्ट्रगान का सम्मान न करने वाले लोगों का जिक्र भी अपने सुसाइड नोट में किया है.