रोहतक: हरियाणा के रोहतक जिले की रहने वाली युवती अपने पाकिस्तानी फेसबुक फ्रेंड से मिलने पाकिस्तान पहुंच गई. पाकिस्तान पहुंचने के लिए युवती ने सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन करने का बहाना किया. लेकिन पाकिस्तानी रेंजर्स ने युवती को पकड़कर करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते दोबारा भारत भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक युवती हरियाणा के रोहतक जिले की रहने वाली है और वो करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए आई थी. वहीं दूसरी तरफ युवती का फेसबुक फ्रेंड अवेश मुख्तियार भी अपने एक दोस्त और उसकी पत्नी के साथ गुरुद्वारा साहिब पहुंचा था. अवेश मुख्तियार और भारतीय युवती गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब की पहली मंजिल में मिले. दोनों के बीच वहीं बातचीत हुई और युवती ने वहीं शादी करने का प्रस्ताव दिया.
अवेश मुख्तियार ने युवती की शादी के प्रस्ताव को मंजूर भी कर लिया. इससे पहले की दोनों शादी कर पाते पाकिस्तानी रेंजर को दोनों पर शक हो गया और उन्होंने पूछताछ की जिसके बाद पूरा मामला सामने आया.
कैसे हुआ पाकिस्तानी रेंजर को शक ?
पाकिस्तान जाने के लिए अवेश मुख्तियार ने अपने दोस्त की पत्नी का कार्ड इस्तेमाल करने की कोशिश की . ये वो कार्ड है जो पाकिस्तानी रेंजर पाकिस्तान से गुरुद्वारा साहिब के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को जारी करते हैं, जबकि अवेश मुख्तियार पाकिस्तान के गुजरांवाला का रहने वाला है.
बता दें कि इस कार्ड पर श्रद्धालु का नाम, पता लिखा होता है. कार्ड में कोई भी फोटो नहीं होती. इस बात का फायदा उठाने के लिए अवेश मुख्तियार ने अपने दोस्त की पत्नी का कार्ड युवती को दे दिया. जब दोनों पाकिस्तान जाने के लिए वहां लगाए गए बेरिकेड्स के पास पहुंची तो युवती की कमर में लटक रहे बैग को देखकर पाकिस्तानी रेंजर्स को शक हुआ.
ये भी पढ़ेंः- VIDEO : पहलवान बबीता फोगाट ने की शादी, जानें क्यों लिए आठ फेरे
वही इस मामले पर दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि हरियाणा की रहने वाली युवती को भारत वापस भेज दिया गया. अगर ऐसा नहीं होता तो युवती की किस्मत भी उन पाकिस्तान की दूसरी सिख या हिंदू लड़कियों की तरह ही होती, जिन्हें इस्लाम में धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है.