पटना :अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. बेगूसराय में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मिशनरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे विदेश जाकर बीफ खाने लगते हैं.
दरअसल, गिरिराज सिंह बुधवार को बेगूसराय के लोहिया नगर में भागवत कथा के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को गीता का श्लोक सिखाया जाए और स्कूलों में मंदिर बनवाए जाएं,
केंद्रीय मंत्री ने कहा ,' भगवद गीता को स्कूलों में पढ़ाया जाना चाहिए, हम अपने बच्चों को मिशनरी स्कूलों में भेजते हैं, वह आईआईटी से पढ़ते हैं, इंजीनियर बनते हैं, विदेश जाते हैं और उनमें से ज्यादातर बीफ खाना शुरू कर देते हैं. क्यों? क्योंकि हमने उन्हें अपनी संस्कृति और पारंपरिक मूल्यों को नहीं सिखाया.'
भाजपा नेता ने दावा किया कि मैंने करीब 50 गांव में 100 घरों का सर्वेक्षण किया, जिनमें केवल 15 घरों में हनुमान चालीसा और और केवल 3 घरों में भगवद गीता मिली.
'लोग कहेंगे भगवा एजेंडा लागू किया जा रहा है'
गिरिराज सिंह ने कहा कि, 'सरकारी स्कूलों में अगर वो गीता का श्लोक और हनुमान चालीसा पढ़ाने की बात कहेंगे तो लोग कहेंगे कि भगवा एजेंडा लागू किया जा रहा है. इसकी शुरुआत प्राइवेट स्कूलों से होनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में कट्टरता का कोई भी स्थान नहीं है. हम देश की संस्कृति को बचाएंगे, तभी भारत बचेगा.
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लोग हमें कट्टरपंथी कहते हैं: गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज धर्म और सनातन है, इसलिए लोकतंत्र जिंदा है. लोग हमें कट्टरपंथी कहते हैं, हम कहां से कट्टरपंथी बन पाएंगे, क्योंकि हमें पूर्वजों और धर्म ने सिखाया कि चीटियों को गुड़ खिलाने और पेड़ में पानी देने से फल मिलता है. इतना ही नहीं हम आस्तीन के सांप को भी नाग पंचमी में दूध पिलाते हैं.