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कानपुर हत्याकांडः गैंगस्टर विकास दुबे का खजांची जय बाजपेई और प्रशान्त शुक्ला गिरफ्तार

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Published : Jul 20, 2020, 8:37 AM IST

Updated : Jul 20, 2020, 9:28 AM IST

कानपुर हत्याकांड मामले में गैंगस्टर विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई और प्रशान्त शुक्ला उर्फ डब्लू को पुलिस ने बिकरू गांव से गिरफ्तार किया है.

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कानपुर: बिकरू हत्याकांड मामले में गैंगस्टर विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई और प्रशान्त शुक्ला उर्फ डब्लू को पुलिस ने बिकरू गांव से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने विकास दुबे के करीबी जय बाजपेई और प्रशान्त शुक्ला पर कई आपराधिक मामलों में मुकदमा दर्ज किया है.


आरोप है कि जय और डब्लू बीती 2 जुलाई को घटना से पहले विकास के फोन करने पर बिकरू पहुंचे थे. उन्होंने विकास को दो लाख रुपये और 25 रिवॉल्वर के कारतूस देकर घटना कारित करने में मदद की थी. घटना के दो दिन बाद 4 जुलाई को जय, विकास और उसके गैंग को सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए अपनी तीन लक्जरी गाड़ियां भेज रहा था, लेकिन पुलिस की सक्रियता को देखते हुए काकादेव थाना क्षेत्र में गाड़ियों को लावारिस छोड़ दी थी.

गैंगस्टर विकास दुबे का खजांची जय बाजपेई और प्रशान्त शुक्ला गिरफ्तार

ईटीवी भारत ने सबसे पहले दिखाया था कि उत्तर प्रदेश के कानपुर कांड के मुख्य आरोपी रहे विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई को रविवार को पहले पुलिस ने छोड़ दिया था. फिर जब पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठने लगे तो कानपुर पुलिस ने जय बाजपेई को रविवार रात को ही दोबारा हिरासत में ले लिया.

गैंगस्टर विकास दुबे का खजांची जय बाजपेई और प्रशान्त शुक्ला गिरफ्तार

पूछताछ के बाद एसटीएफ ने तीन दिन पहले जय बाजपेई को कानपुर पुलिस के हवाले कर दिया था. जय बाजपेई पर ईडी की जांच अभी भी चल रही है. उसके बाद कानपुर की पुलिस ने बाकायदा प्रेस नोट जारी कर जय बाजपेई और उसके साथी की बिकरू कांड में संलिप्तता को लेकर गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए जेल भेजने की बात बताई.

गैंगस्टर विकास दुबे

जिले में आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारे विकास दुबे के साथी रहे जय बाजपेई पर ईडी और टैक्सेशन विभाग की जांच अभी भी चल रही है. विकास दुबे जैसे हार्डकोर क्रिमिनल की अकूत काली कमाई को इन्वेस्ट करने और करोड़ों की मनी-लॉन्ड्रिंग के आरोप उस पर लग चुके हैं. इसके बावजूद कानपुर पुलिस अपराधी विकास दुबे के इस फंड मैनेजर को बाइज्जत उसके घर छोड़ने आई. चर्चा है कि उसकी काली कमाई को खपाने में एक्सपर्ट हो चुके जय बाजपेई को पीछे से कोई पॉलिटिकल सपोर्ट मिल रहा है. कहा जा रहा है कि पुलिस ने उसको क्लीनचिट दे दी थी.

प्रेस नोट

इतना ही नहीं, कानपुर पुलिस के सबसे बड़े अपराधी के फण्ड मैनेजर को ससम्मान घर तक छोड़ कर आने पर पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने भी घोर आश्चर्य प्रकट किया है. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से आश्चर्य प्रकट करते हुए लिखा है कि आखिर क्या सोच रही होगी शहीद हुए 8 पुलिस वालों की आत्मा. इसके बाद जय बाजपेई को रविवार की देर रात अरेस्टिंग दिखा दी गई.

Last Updated : Jul 20, 2020, 9:28 AM IST

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