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पीएम मोदी ने किया नए संसद भवन का शिलान्यास

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Published : Dec 10, 2020, 9:33 AM IST

Updated : Dec 10, 2020, 2:38 PM IST

संसद भवन की आधारशिला
संसद भवन की आधारशिला

14:05 December 10

14:03 December 10

भारत के नए संसद भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में कई देशों के राजयनिक वर्चुअली शामिल हुए. डेनमार्क के राजनयिक फ्रेडी स्वान (Freddy Svane) ने ट्वीट कर भारत और भारत के लोगों को बधाई दी. 

उन्होंने ट्वीट किया, 'भारत और सभी भारतीयों को बधाई - दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए एक नई नींव.'

13:23 December 10

सर्वधर्म प्रार्थना

सर्वधर्म प्रार्थना शुरू

नए संसद भवन का शिलान्यास हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन के बाद चांदी की ईंट टोकन स्वरूप रखकर संसद भवन का शिलान्यास किया. इसके बाद सर्वधर्म प्रार्थना शुरू हुई. जिसमें हिंदू, सिख, ईसाई, मुस्लिम, बौद्ध, जैन तथा अन्य धर्मों के धर्मगुरु मौजूद हैं.

13:11 December 10

नए संसद भवन के लिए भूमि पूजन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन के लिए भूमि पूजन कर रहे हैं. भूमि पूजन कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा अन्य मंत्री व नेतागण मौजूद हैं.

12:54 December 10

नए संसद भवन के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू

पीएम मोदी

08:35 December 10

संसद भवन भूमि पूजन कार्यक्रम लाइव

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नए संसद भवन के निर्माण के लिए आधारशिला रखेंगे. संसद भवन निर्माण के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम दोपहर 12 बजकर 55 मिनट पर शुरू होगा और एक बजे आधारशिला रखी जाएगी. इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे सर्वधर्म प्रार्थना होगी. कार्यक्रम के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन दोपहर दो बजकर 15 मिनट पर शुरू होगा.

971 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाले नए संसद भवन का निर्माण कार्य 2022 तक पूरा हो जाने की संभावना है. ताकि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर इसी भवन में सत्र का आयोजन हो.

नए संसद भवन में लोकसभा का आकार मौजूदा आकार से तीन गुना ज्यादा होगा. राज्यसभा का भी आकार बढ़ेगा. कुल 64,500 वर्गमीटर क्षेत्र में नए संसद भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड की ओर से कराया जाएगा.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रस्तावित भवन के बारे में विवरण पेश करते हुए कहा कि लोकतंत्र का वर्तमान मंदिर अपने 100 साल पूरे कर रहा है. यह देशवासियों के लिए गर्व का विषय होगा कि नए भवन का निर्माण हमारे अपने लोगों द्वारा किया जाएगा, जो आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमुख उदाहरण होगा.

उन्होंने कहा कि नए भवन के माध्यम से देश की सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित होगी. आशा है कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर (2022) संसद का सत्र नए भवन में आयोजित होगा. 

नए संसद भवन की विशेषताएं

  • संसद की नई इमारत भूकंप रोधी क्षमता वाली होगी और इसके निर्माण में 2000 लोग सीधे तौर पर शामिल होंगे तथा 9000 लोगों की परोक्ष भागीदारी होगी.
  • नए संसद भवन में 1224 सांसद एकसाथ बैठ सकेंगे और मौजूदा श्रम शक्ति भवन (संसद भवन के निकट) के स्थान पर दोनों सदनों के सदस्यों के लिए कार्यालय परिसर का निर्माण कराया जाएगा.
  • संसद के वर्तमान भवन को देश की पुरातात्त्विक संपत्ति के तौर पर संरक्षित रखा जाएगा.
  • नए संसद भवन में सभी सांसदों के लिए अलग कार्यालय होंगे, जो आधुनिक डिजिटल सुविधाओं से युक्त होंगे तथा यह कागज रहित कार्यालय बनाने की दिशा में कदम होगा.
  • नए संसद भवन में एक विशाल संविधान कक्ष होगा, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाएगा. इसके साथ ही सांसदों के लिए एक लॉन्ज होगा. उनके लिए पुस्तकालय, विभिन्न समितियों के कक्ष, भोजन कक्ष और पार्किंग क्षेत्र भी होगा.
  • नए भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी, जबकि राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्य बैठ सकेंगे.
  • यह भविष्य में दोनों सदनों के सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी किए जाने की संभावना को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है.
  • मौजूदा समय में लोकसभा के 545 और राज्यसभा के 245 सदस्य हैं.
  • नया भवन सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत है और इसे वर्तमान संसद भवन के नजदीक बनाया जाएगा.

संसद का मौजूदा भवन ब्रिटिशकालीन है जो एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन किया गया था. दोनों ने ही नई दिल्ली क्षेत्र की योजना और निर्माण की जिम्मेदारी निभाई थी.

वर्तमान संसद भवन की आधारशिला 12 फरवरी, 1921 को रखी गई थी और इसके बनने में छह वर्ष का समय लगा था तथा उस वक्त 83 लाख रुपये की लागत आई थी. इस भवन का उद्घाटन 18 जनवरी, 1927 को तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड इरविन ने किया था.

Last Updated : Dec 10, 2020, 2:38 PM IST

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