नई दिल्ली : पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक जफर हिलाली ने स्वीकार किया है कि भारतीय सेना द्वारा 26 फरवरी, 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक में 300 आतंकवादी मारे गए थे.
पूर्व राजनयिक ने एक टीवी डिबेट में यह बात स्वीकारी. पूर्व राजनयिक के इस दावे से पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी होनी तय है.
जफर हिलाली ने एक उर्दू न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान स्वीकारा कि 26 फरवरी, 2019 को बालाकोट में की गई बमबारी में 300 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे.
बता दें कि पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक हिलाली का यह दावा, जो नियमित रूप से टीवी डिबेट में पाकिस्तानी सेना का पक्ष लेते हैं, उस समय पाकिस्तान सरकार द्वारा किए गए दावे के उलट है.
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने दावा किया था कि बमबारी में कोई हताहत नहीं हुआ है और भारतीय सेना द्वारा सुनसान जगह पर एयरस्ट्राइक की गई.
हिलाली ने कहा, 'भारत ने अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार किया और युद्ध छेड़ने जैसा कार्य किया, जिसमें कम से कम 300 लोग मारे गए. हमारा लक्ष्य उनके मुकाबले अलग था. हमने उनके (भारत) हाई कमांड को निशाना बनाया. यह हमारा उचित निशाना था, क्योंकि वे सेना के आदमी हैं. हमने स्वीकार किया था कि यह (सर्जिकल स्ट्राइक) एक सीमित कार्रवाई थी, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ है.'
26 फरवरी, 2019 को की गई थी एयरस्ट्राइक
14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाक अधिकृत कश्मीर में एयरस्ट्राइक की थी. इस एयरस्ट्राइक में वायुसेना के 12 मिराज-2000 फाइटर जेट ने बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में बम गिराए थे. इसमें 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे. वायुसेना ने इस पूरे मिशन को 'ऑपरेशन बंदर' नाम दिया था.