खूंटी (झारखंड):भाजपा के दिग्गज नेता पद्मभूषण सम्मानित खूंटी के पूर्व सांसद कड़िया मुंडा आज भी जमीन से जुड़े नेता माने जाते हैं. लगातार भाजपा की राजनीति करते हुए दिल्ली आना जाना लगा रहा, लेकिन सत्ता पर आसीन होकर भी मुंडा की सादगी अन्य नेताओं से अलग रही. आज जब दिल्ली की राजनीति से दूर हैं तो इत्मीनान होकर किसानी कार्यों में जुड़े हैं. ईटीवी संवाददाता ने कड़िया मुंडा से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि 'मैं खेत से उठकर दिल्ली गया था, दिल्ली से खेत की ओर नहीं. इसलिए आज भी खेती किसानी कार्य में बेहतर अनुभव रखता हूं.'
1977 में पहली बार बने सांसद
पद्मभूषण से सम्मानित कड़िया मुंडा बेहद सरल और बगैर लाग लपेट के हर सवाल का बखूबी जवाब देते हैं और कहते हैं कि 'जमीन से जुड़े होने का फायदा मुझे मिला है. आज भी मैं उतनी ही तन्मयता से खूंटी की आबोहवा का आनंद अपने खेत खलिहान में लेता हूं, जबकि आज की तारीख में गांव का मुखिया भी कुर्सी पाने के बाद जमीन से जुड़ाव खत्म कर लेता है.' कड़िया मुंडा पहली बार खूंटी से निकलकर 1977 में सांसद बनकर दिल्ली पहुंचे, जहां वह 1980 तक सांसद रहे.