झारखंड के साहिबगंज में अभी तक बाढ़ में 8 लोगों के घर गंगा में समा चुके हैं, फिलहाल गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए 27.82 मीटर पर स्थिर है, यानी गंगा खतरे के निशान से 00.57 सेमी ऊपर से बह रही है, जिससे लोगों में डर का माहौल बना हुआ है.
असम सहित देश के कई राज्यों में बाढ़ का प्रकोप जारी, बिहार में 24 मौतें
16:56 August 11
16:50 August 11
12:58 August 11
अगले कुछ घंटों में इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जानकारी दी कि अगले कुछ घंटों में दिल्ली, मुरादाबाद, संभल, सहसवान, सोनीपत, बागपत, नोएडा, चंदौसी, नरौरा में भारी बारिश हो सकती है.
12:24 August 11
लिपुलेख सड़क पर भूस्खलन, सेना के जवानों ने भागकर बचाई जान
चीन बॉर्डर को जोड़ने वाली लिपुलेख में जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है. दोबाट और पांग्ला के बीच लगातार भूस्खलन से सेना के जवानों को लैंडस्लाइड जोन से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी. इस सड़क पर सैकड़ों ऐसे स्पॉट है, जहां भारी बोल्डर गिर रहे हैं. सड़क की दुर्दशा से बॉर्डर पर बसे ग्रामीण तो संकट में है ही साथ ही सेना, आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों की जिंदगी भी खतरे में पड़ रही है.
12:08 August 11
केरल में हुए भूस्खलन में अब तक 50 लोगों की मौत
केरल सरकार की जानकारी के मुताबिक राजमाला भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है. घटना स्थल से एक और शवों को बरामद किया गया है. यह घटना इडुक्की जिले में पिछले हफ्ते हुई थी.
12:03 August 11
हिडकल डैम के दस द्वार से पानी छोड़ा गया
कर्नाटक: बेलगावी स्थित हिडकल डैम के दस द्वार से मंगलवार को 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.
11:48 August 11
असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार
पिछले कुछ दिनों से असम में बाढ़ के हालात गंभीर थे. लेकिन असम में बाढ़ की स्थिति अभी ठीक है. प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक असम राज्य में बाढ़ से अब तक 110 लोगों की मौत हो चुकी है. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां जन स्तर से ऊपर भह रही है.11 अगस्त की सुबह तक बाढ़ प्रभावितों की संख्या घटकर 9,299 हो गई है. अभी भी राज्य के 4 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं जैसा धेमाजी, लखीमपुर, बक्सा और मोरीगांव हैं. कुल फसल प्रभावित क्षेत्र 5,882 हेक्टेयर है.
11:00 August 11
बिहार में बाढ़ से 74 लाख से अधिक लोग प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 16 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिसमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी और पश्चिम चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा, सहरसा और सारण जिले के 126 प्रभावित प्रखंड की संख्या है. कुल 1240 प्रभावित पंचायतों की संख्या है.
24 लोगों की मौत
इन जिलों मे 74 लाख 40 हजार 418 लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं निस्क्रमिट जनसंख्या 508426 है. कुल 7 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में रहने वाले कुल 11 हजार 849 लोग हैं. वहीं बिहार सरकार के सहयोग से आपदा प्रबंधन विभाग कुल 16 जिलों में 1239 सामुदायिक रसोई चला रहा है. जिसमें 9 लाख 39 हजार 893 लोग प्रतिदिन सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़े के अनुसार 24 लोगों की मौत हुई है. जिसमें दरभंगा में 3, पश्चिम चंपारण में 4, सिवान में 2 और मुजफ्फरपुर में 6 लोगों की मौत हुई है. वहीं 64 जानवर की भी मौत हुई है.
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैनात
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की मानें तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के संभावित 16 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम कुल 33 टीमों की तैनाती की गई है. आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व में रखा गया है. जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभावी जिला में भेजा जाएगा. आपदा विभाग के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ का मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं.
राहत शिविरों में रखा जा रहा सोशल डिस्टेंस
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाओं, बच्चे और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है. सभी राहत शिविरों में मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार के तरफ से किया गया है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है.
10:40 August 11
बिहार में बाढ़, मवेशियों के लिए चारा तक नहीं
नई दिल्ली : देश के कई राज्यों में बाढ़, बारिश और भूस्खलन से काफी क्षति हुई है. इधर बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं, जिले में बूढ़ी गंडक और बागमती नदी उफान पर है. इस समय बूढ़ी गंडक और बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके चलते नदी का पानी लोगों की घरों में घुस चुका है. पानी के घुसने के कारण हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर जा चुके हैं.
8 प्रखंड बाढ़ के पानी से घिरे
सारण जिले के लगभग 8 प्रखंड बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं. जिसके कारण लोग पलायन कर उंचे स्थान पर शरण लिए हुए हैं. पर अब बाढ़ का पानी मशरख, तरैया, पानापुर, मकेर, अमनौर और परसा में स्थिर हो गया है. कुछ इलाकों में 2 फिट तक पानी कम हुआ है. लेकिन अब बाढ़ का पानी दरियापुर प्रखंड के दर्जनों गांव तक पहुंच गया है. जिससे दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं.
सरकार की ओर से नहीं मिल रही कोई मदद
इसके साथ ही बाढ़ पीड़ित लालू राय और हरेश्वर राय ने बताया कि सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है. हम सब किसी तरह से गुजर बसर कर रहे हैं, पर मवेशियों के लिए चारे की समस्या हो रही है. सारा भुसा तो बाढ़ के पानी में बह गया या फिर पानी में भींग गया. साथ ही इन लोगों ने बताया कि यहां के लोगों का व्यवसाय ही दुध बेचना है. इसी से उनका घर चलता है. लेकिन चारा नहीं मिलने के कारण मवेशियों ने दूध देना कम कर दिया है. इससे व्यवसाय ठप है.