दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर जलाए गए पांच हजार दीये

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर रविवार को राजधानी रायपुर की डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में पांच हजार दीये जलाए गए. इस कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ सेवा समिति और क्रांति सेना की ओर से किया गया था.

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस

By

Published : Nov 1, 2020, 10:17 PM IST

रायपुर :छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में राज्य स्थापना दिवस के मोके पर रविवार को छत्तीसगढ़ सेवा समिति और क्रांति सेना ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा का कार्यक्रम रखा. जिसके बाद छत्तीसगढ़ सेवा समिति और क्रांति सेना ने पांच हजार दीये जलाए.

छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के संयोजक धनुक छत्तीसगढ़िया ने बताया कि छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस को देखते हुए डब्ल्यूआरएस कॉलोनी (WRS Colony) में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति की पूजा का कार्यक्रम रखा गया है. जिसके बाद छत्तीसगढ़ सेवा समिति और क्रांति सेना ने पांच हजार दीये जलाकर स्थापना दिवस का जश्न मनाया.

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर जलाए गए पांच हजार दिए

पिछले तीन साल से रायपुर के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाता रहा है. लेकिन इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए आयोजना की बजाय समिति ने दिए जलाकर स्थापना दिवस मनाया.

तेजी से हो रहा छत्तीसगढ़ का विकास
आज से 20 साल पहले साल एक नवंबर, 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना की गई थी. छत्तीसगढ़ देश का 26वां राज्य है. महज 20 साल में ही यह प्रदेश देश के उम्रदराज राज्यों के सामने विकास और तरक्की की चुनौती पेश कर रहा है.

नए राज्य के रूप में गठित होने के बाद यह प्रदेश लगातार विकास के नए आयाम गढ़ रहा है. छत्तीसगढ़ देश का पहला हर्बल और जीरो पावर कट राज्य है.

पढ़ें - कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए अलग केंद्रशासित प्रदेश होना चाहिए: पनून कश्मीर

खनिज संपदा से परिपूर्ण प्रदेश
छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 33 फीसदी अनुसूचित जनजाति और 42 फीसदी से ज्यादा वन क्षेत्र हैं. यह राज्य खनिज संपदा से परिपूर्ण है. यहां SECL कोल खदान और बैलाडीला लौह अयस्क खदान है.

छत्तीसगढ़ का इतिहास एक नजर में

  • 1 नवंबर, 2000 को पूर्ण अस्तित्व में आया
  • प्राचीन काल में इस क्षेत्र को 'दक्षिण कौशल' के नाम से जाना जाता था.
  • रामायण और महाभारत में भी मिलता है उल्लेख.
  • 6वीं और 12वीं शताब्दियों के बीच सरभपूरिया, पांडुवंशी, सोमवंशी, कलचुरी और नागवंशी शासकों ने यहां शासन किया.
  • साल 1904 में यह प्रदेश संबलपुर उड़ीसा में चला गया और 'सरगुजा' रियासत बंगाल से छत्तीसगढ़ के पास आया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details