दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

कोरोना वायरस : ईरान में फंसे केरल के 17 मछुआरे, सीएम ने विदेश मंत्रालय को लिखा पत्र

केरल के 17 मछुआरे वर्तमान में ईरान में फंसे सैकड़ों लोगों में से हैं, जो देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण बाहर निकलने में असमर्थ हैं. केरल के मुख्यमंत्री ने इस संबंध में विदेश मंत्री को पत्र भी लिखा है.

ईरान में भारत के कई मछुआरे फंसे
ईरान में भारत के कई मछुआरे फंसे

By

Published : Mar 1, 2020, 6:24 PM IST

Updated : Mar 3, 2020, 2:05 AM IST

तिरुवनंतपुरम : चीन से दुनिया के कई देशों में फैले कोरोना वायरस के चलते दक्षिण गुजरात के वलसाड जिले समेत कुछ अन्य जगहों के मछुआरे ईरान में फंस गए हैं. वस्तुतः कोरोना वायरस के कारण कई देशों के बीच हवाई सेवाएं रोक दी गईं हैं, जिसके चलते वहां फंसे भारतीयों ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर वतन वापसी की गुहार लगाई है. इन भारतीयों में ज्यादातर मछुआरे हैं.

केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कोविड-19 के कारण 'अजलुर, ईरान में फंसे 100 से अधिक मछुआरों' को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में लिखा है, 'मैं आपसे दूतावास के अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने और इन व्यक्तियों की सुरक्षित वापसी के लिए व्यवस्था करने का निर्देश देने का अनुरोध करता हूं.'

केरल के मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्री को पत्र लिखा

केरल के मत्स्य पालन मंत्री जे मर्सीकुट्टी ने कहा, 'कई भारतीय मछुआरों में 17 केरल के हैं, जो वहां लगाए गए प्रतिबंधों के चलते बाहर नहीं जा पा रहे. हमने ईरान में फंसे इन लोगों के परिवार वालों से विवरण नोरका (राज्य सरकार की एजेंसी, जो प्रवासी भारतीयों के कल्याण के लिए काम करती है) को सौंपने के लिए कहा है, जिसके बाद यह विवरण भारतीय दूतावास को सौंपा जाएगा.

मछुआरों ने वीडियो बनाकर लगाई वतन वापसी की गुहार

इसके अलावा उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे को केंद्र के साथ भी उठाएगी.

पढ़ें :कोरोना वायरस : दुनियाभर में 85,000 से अधिक लोग संक्रमित, 2900 लोगों की मौत

इन भारतीयों द्वारा बनाए वीडियो में देखा जा सकता है कि मछुआरे एक कमरे में कैद हैं.

ईरान में फंसे भारत के लोग

वीडियो के जरिये मछुआरों ने कहा, 'हम अपने कमरे से बाहर जाने में भी असमर्थ हैं क्योंकि यहां नियम है. हम अपने लोगों से संपर्क करने में भी असमर्थ हैं, जो मछली पकड़ने वाले अन्य गांवों में रहते हैं. हम अपने देश से मदद मांग रहे हैं, ताकि वापस आ सकें और परिवार के साथ रह सकें.'

Last Updated : Mar 3, 2020, 2:05 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details