नई दिल्ली : कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 साल के एक व्यक्ति की कोरोना वायरस से मौत हो गई है. भारत में इस महामारी की चपेट में आने से मौत का यह पहला मामला है.
बता दें, भारत के सात राज्यों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आने के बाद देश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर आज 76 हो गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन 16 नए मामलों में से 11 मामले महाराष्ट्र से जबकि एक-एक मामला दिल्ली, लद्दाख, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में सामने आया है. वहीं एक विदेशी नागरिक भी इससे संक्रमित पाया गया है.
इस बीच, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों, कॉलेजों और सिनेमा घरों को एहतियातन 31 मार्च तक बंद रखने की गुरुवार को घोषणा की. केवल वे स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे जहां अभी परीक्षाएं जारी हैं.
इस बीमारी ने विश्व भर में कम से कम 4,600 लोगों की जान ले ली है और करीब 1,25,293 लोग इससे संक्रमित हैं. केंद्र एवं राज्यों ने इस संक्रमण से निपटने के प्रयास तेज कर दिए है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे घबराए नहीं.
मोदी ने कोविड-19 को लेकर देश के लोगों से सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से सजग है और लोग बड़े समूह में एकत्र होने से बचकर इसके फैलाव को रोक सकते हैं.
मोदी ने कोविड-19 पर ट्वीट किया, 'घबराहट को ना, सावधानी को हां कहिए.' उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में कोई केंद्रीय मंत्री विदेश की यात्रा नहीं करेगा. उन्होंने कहा, ' मैं देशवासियों से भी गैर-जरूरी यात्राएं नहीं करने की अपील करता हूं .'
उन्होंने कहा कि सभी मंत्रालयों और राज्यों ने सभी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठाये हैं. मोदी ने कहा कि इन कदमों में वीजा निलंबित करने से लेकर स्वास्थ्य क्षमताओं को बेहतर बनाने जैसे कदम शामिल हैं.
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सरकार ने राजनयिक एवं कामकाजी जैसी कुछ श्रेणियों को छोड़कर सभी वीजा 15 अप्रैल तक स्थगित करने के एक दिन बाद घोषणा की कि ईरान में फंसे भारतीयों को आगामी तीन दिन में वापस लाने के लिए तीन विमान भेजे जाएंगे.
देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामले के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे घबराए नहीं. उसने कहा कि उसका ध्यान इसकी रोकथाम और नियंत्रण पर है और देशभर में कोविड-19 की जांच की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है.
मंत्रालय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इसका सामुदायिक स्तर पर फैलने का कोई उदाहरण नहीं मिला है और इसका फैलाव केवल स्थानीय स्तर पर है; इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित किए जाने के बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महामारी एवं संचारी रोग-I (ईसीडी-I) प्रभाग के प्रमुख रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा कि इस वायरस को अलग करना मुश्किल है, इसके बावजूद पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के वैज्ञानिक लगभग 11 आइसोलेट्स खोजने में सफल रहे हैं, लेकिन टीके को विकसित करने में कम से कम डेढ़ से दो साल लगेंगे.
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मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित 76 लोगों में 17 विदेशी नागरिक हैं. इनमें 16 इतालवी हैं और एक कनाडा का नागरिक है. इन आंकड़ों में केरल के वे तीन मरीज भी शामिल हैं जिन्हें सुधार के बाद पिछले महीने अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.
मंत्रालय ने राज्यवार आंकड़े बताते हुए कहा कि दिल्ली में गुरुवार तक कोरोना वायरस के छह मामले सामने आ चुके हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में 10 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं. कर्नाटक में चार, महाराष्ट्र में 14 और लद्दाख में तीन मामले सामने आए हैं.
मंत्रालय ने कहा कि राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और आंध्र प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है.
केरल में अब तक कोरोना वायरस के 17 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें वे तीन लोग भी शामिल हैं जिन्हें पिछले महीने इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी.
मंत्रालय के संयक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आए 1,500 लोगों को कड़ी निगरानी में रखा गया है जबकि देशभर में 30 हजार से अधिक लोग सामुदायिक निगरानी में हैं.
इस बीच, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इसे महामारी घोषित करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों, कॉलेजों और सिनेमाघरों को एहतियाती तौर पर 31 मार्च तक बंद रखने की गुरुवार को घोषणा की.