कोच्चि : भारतीय नौसेना के डोर्नियर विमान पर समुद्री टोही (एमआर) मिशन में लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा, लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप और लेफ्टिनेंट शिवांगी डॉर्नियर विमान के एमआर मिशन पर जाने के लिए तैयार हैं.
गुरुवार को रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि इन तीनों ने 'डोर्नियर विमान पर परिचालन' किया है. दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी) ने कहा कि तीन महिला पायलट डोर्नियर विमान परिचालन कोर्स का हिस्सा थीं. 27वीं डॉर्नियर ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग कोर्स में कुल छह पायलट शामिल थे.
गुरुवार को आईएनएस गरुड़ में आयोजित किए गए पासिंग आउट समारोह में तीनों महिला पायलट समुद्री टोही (एमआर) पायलट के रूप में स्नातक हुईं.
लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप उत्तर प्रदेश के तिलहर की रहने वाली हैं. लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा नई दिल्ली के मालवीय नगर की रहने वाली हैं, जबकि लेफ्टिनेंट शिवांगी बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की हैं.
इन अधिकारियों ने शुरू में भारतीय वायुसेना के साथ और आंशिक रूप से (सॉफ्ट) कोर्स से पहले नौसेना के साथ बुनियादी उड़ान प्रशिक्षण शुरू किया था.
बता दें कि दिसंबर, 2019 में बिहार की बेटी सब लेफ्टिनेंट शिवांगी आज पहली नौसैनिक महिला पायलट बनी हैं. बेटी की इस कामयाबी से शिवांगी के माता-पिता खुश हैं और अपने आप को गौरवाशाली समझ रहे हैं.
प्रशिक्षण के दौरान विमान में लेफ्टिनेंट शिवांगी (फाइल फोटो) शिवांगी भारतीय नौसेना फिक्स्ड विंग डोर्नियर सर्विलांस के विमान उड़ाएंगी. ईटीवी भारत ने इस कामयाबी के मौके पर शिवांगी के माता पिता से खास बात की थी.
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क्या है डॉर्नियर
डॉर्नियर विमान भारतीय नौसेना में करीब छह दशकों से सेवा दे रहा है. निगरानी के मोर्चे पर ये विमान काफी अहम है. भारतीय नौसेना स्वदेश निर्माण को प्राथमिकता देती है. डॉर्नियर इसका भी प्रतीक है. ऑपरेशन विजय और ऑपरेशन पराक्रम में भी डॉर्नियर की उल्लेखनीय भूमिका रही है.
डॉर्नियर की खासियत और उपयोग