अमरावती:विशाखापट्टनम तट पर तटरक्षक के एक अपतटीय पोत में सोमवार को आग लगने के बाद 28 कर्मियों को बचा लिया गया, जबकि चालक दल का एक सदस्य लापता है. पूर्वी नौसेना कमान के एक प्रवक्ता के अनुसार, आग लगने के बाद जहाज कोस्टल जगुआर के चालक दल के सदस्य खुद को बचाने के लिए जहाज से समुद्र में कूद गए.
उन्होंने कहा, 'कोस्टल जगुआर में कथित तौर पर एक जोरदार विस्फोट हुआ, जिसके बाद जहाज से धुंआ निकलने लगा.'
भारतीय तटरक्षक बल के सदस्य 28 लोगों को बचाने में कामयाब रहे. एक सदस्य के लापता होने की खबर है. लापता शख्स की तलाश की जा रही है.
आग बुझाने की कोशिश करते अन्य जहाज क्षेत्र में मौजूद आईसीजीएस रानी राशमोनी को बचाव अभियान के लिए भेजा गया.
विशाखापत्तनम पोर्ट ट्रस्ट (वीपीटी) की नौकाओं के साथ मिलकर रानी राशमोनी ने संकट में फंसे चालक दल को बचाया.
जानकारी के मुताबिक पोत किसी आम काम (civil work) के लिए जा रहा था. इसमें 20 लोग सवार थे. तटरक्षक बल ने पीड़ितों को स्थानीय निजी अस्पताल में पहुंचाया.
घटना की जानकारी देते पुलिस अधिकारी घटना के बाद मौके की तस्वीर प्रवक्ता ने कहा, 'पोत पर तैनात रहे चालक दल के 29 सदस्यों में से 28 को बचा लिया गया है, जबकि एक सदस्य लापता है, जिसकी तलाश जारी है.'
पांच लोगों के घायल होने की खबर है. 15 लोगों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
घटना के बाद मौके की तस्वीर बचाव कार्य में आईसीजीएस समुद्र पहरेदार, आईसीजी हेलीकॉप्टर और आईसीजीएस सी-432 भी शामिल हैं. आग लगने के सही कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.