नई दिल्ली:गाजियाबाद में वाल्मीकि समुदाय के 236 सदस्यों द्वारा बौद्ध धर्म अपनाए जाने के बाद जिला पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धार्मिक परिवर्तन के लिए अफवाहें फैलाकर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है. इसी समुदाय से जुड़े एक सदस्य ने इन आरोपों के संबंध में पुलिस से संपर्क किया था. शिकायतकर्ता मोंटू चंदेल वाल्मीकि ने आरोप लगाया कि जाति आधारित हिंसा को उकसाने और विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए एक आपराधिक साजिश के रूप में यह धर्मांतरण किया गया.
गाजियाबाद के करहेड़ा इलाके में धर्म परिवर्तन मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. साहिबाबाद पुलिस ने मामले में मोंटू बाल्मीकि की तहरीर पर झूठी अफवाह फैलाने का मुकदमा दर्ज किया है. जांच में अपराधिक षडयंत्र रचने का खुलासा हुआ है. ये भी खुलासा हुआ है कि सादे और अधूरे कागजातों के आधार पर धर्म परिवर्तन की अफवाह फैलाई गई. एफआईआर के मुताबिक लोगों को लाभकारी योजनाओं के नाम पर फॉर्म उपलब्ध कराए गए और उन्हीं फार्म पर लोगों के दस्तखत ले लिए गए थे. बताया जा रहा है कि हाथरस कांड से आहत होकर वाल्मीकि समाज के 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाया है.
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कौन है साजिशकर्ता ?
पुलिस जांच में यह साफ तौर पर कहा गया है कि किसी भी तरह के धर्म परिवर्तन के सबूत मौके से नहीं मिले हैं. यह सिर्फ कोरी अफवाह थी. इस अफवाह को फैलाने के पीछे किसका हाथ है. इसका खुलासा भी जल्द हो पाएगा. हालांकि एफआईआर में एक अज्ञात व्यक्ति का नाम दिया गया है. उस अज्ञात व्यक्ति की पहचान करके जल्द पुलिस उसकी गिरफ्तारी कर सकती है.
राजनीतिक गलियारों में हलचल
मामले की हलचल राजनीतिक गलियारों में लगातार चल रही है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी हो गया है. बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री तक पर आरोप लगा दिए हैं. वहीं कांग्रेस ने यह कहा था कि यूपी में निराशा की स्थिति बन रही है.