लखनऊ: बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की मौत के मामले में ये केस दर्ज किया गया है. एफआईआर में उनके भाई मनोज सिंह समेत आठ अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है.
गौरतलब है कि रविवार को रायबरेली में हुए सड़क हादसे में उन्नाव दुष्कर्म केस की मुख्य गवाह की मौत हो गई है. इसके बाद आज इस मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.
रविवार को रायबरेली में हुए हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई थी. इस मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 नामजद तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.
दोनों मृतक उत्तर प्रदेश के ही उन्नाव में हुए कथित बलात्कार मामले में पीड़िता की रिश्तेदार हैं. इस वक्त कुलदीप सिंह सेंगर जेल में हैं.
रायबरेली के गुरुबक्स गंज थाने में महेश सिंह की तहरीर पर कुलदीप सिंह सेंगर के साथ-साथ 9 अन्य लोगों को नामजद किया गया है. आरोपियों पर एक नजर :
- विनोद मिश्र
- हरिपाल सिंह
- नवीन सिंह
- कोमल सिंह
- अरुण सिंह
- ज्ञानेन्द्र
- रिंकू
इनके अलावा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और साजिश रचने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है.
मुकदमे के वादी महेश सिंह ने तहरीर में आरोप लगाया है कि जेल में बंद विधायक कुलदीप सिंह सेंगर अपने साथियों के नंबर पर फोन मिला कर उसके घर पर जबरन बात किया करते थे.
आरोप में कहा गया है कि विधायक कुलदीप धमकी देते थे कि अगर जिंदा रहना है तो सारे मुकदमों में बयान बदल दो. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस से इस बारे में कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
धमकी देने वालों में कुलदीप सेंगर, उनका भाई मनोज सेंगर तथा आठ अन्य नामजद आरोपी और 15-20 दूसरे लोग कहा करते थे कि विधायक से सुलह कर लो नहीं तो तुम सभी लोगों को किसी ना किसी तरह से घूमते-फिरते मरवा दिया जाएगा.