नई दिल्ली/लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के छह लाख 10 हजार लाभार्थियों को 2,690 करोड़ रुपये की धनराशि डिजिटल माध्यम से जारी की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए.
लाभार्थियों से बात करने के बाद अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि आज योगी जी की सरकार की सक्रियता का परिणाम है कि यहां आवास योजना के काम की गति भी बदल गई और तरीका भी बदल गया है. यूपी में करीब 22 लाख ग्रामीण आवास बनाए जाने हैं. इनमें से 21.5 लाख घरों को बनाए जाने की स्वीकृति भी दी जा चुकी है.
ग्रामीण इलाकों में बनाए गए 2 करोड़ घर
देश ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने तक हर गरीब परिवार को पक्का घर देने का लक्ष्य तय किया था. बीते वर्षों में लगभग दो करोड़ घर सिर्फ ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं. अकेले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी करीब सवा करोड़ घरों की चाबी लोगों को दी जा चुकी है.
आत्मनिर्भर भारत का सीधा संबंध देश के नागरिकों के आत्मविश्वास से है. और घर एक ऐसी व्यवस्था और ऐसा सम्मानजनक तौफा है जो इंसान का आत्मविश्वास कई गुना बढ़ा देता है.
पहले जो सरकारें रही उस दौरान उत्तर प्रदेश में क्या स्थिति थी ये आप सभी ने देखा है. गरीब को ये विश्वास ही नहीं था कि सरकार भी घर बनाने में उसकी मदद कर सकती है, जो पहले की आवास योजनाएं थीं, जिस तरह से घर उनके तहत बनाएं जाते थें, वो भी किसी से छिपा नहीं है.
बढ़ता है आत्मविश्वास
पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सीधा संबंध देश के नागरिकों के आत्मविश्वास से है. और घर एक ऐसी व्यवस्था और ऐसा सम्मानजनक तौफा है जो इंसान का आत्मविश्वास कई गुना बढ़ा देता है.
पहले जो सरकारें रही उस दौरान उत्तर प्रदेश में क्या स्थिति थी ये आप सभी ने देखा है. गरीब को ये विश्वास ही नहीं था कि सरकार भी घर बनाने में उसकी मदद कर सकती है. जो पहले की आवास योजनाएं थीं, जिस तरह से घर उनके तहत बनाएं जाते थें, वो भी किसी से छिपा नहीं है.
80 हजार परिवारों को मिल रही दूसरी किस्त
आज 80 हजार परिवार ऐसे भी हैं जिन्हें उनके मकान की दूसरी किस्त मिल रही है. अब आपके परिवार के लिए अगली सर्दी इतनी कठिन नहीं होगी. अगली सर्दी में आपका अपना घर भी होगा और घर में सुविधाएं भी होंगी.
5 लाख परिवारों को मिली पहली किस्त
आज एक साथ यूपी के 6 लाख से ज्यादा परिवारों को सीधे उनके बैंक खाते में करीब-करीब 2,700 करोड़ रुपये ट्रांसफर की गई है. इनमें से 5 लाख से ज्यादा परिवार ऐसे हैं, जिन्हें घर बनाने के लिए उनकी पहली किस्त मिली है.