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किसान आंदोलन : कृषि मंत्री से मिले सीएम खट्टर, कहा- एक दो दिन में निकल जाएगा हल

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Published : Dec 19, 2020, 7:43 AM IST

Updated : Dec 19, 2020, 10:11 PM IST

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22:10 December 19

मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर

चर्चा के बाद सीएम मनोहर लाल ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मुलाकात के बाद कहा कि आने वाले एक दो दिन में बातचीत का रास्ता बन जाएगा. सीएम ने कहा कि किसान हां और ना के मूड से आगे आये तो सरकार बातचीत के लिए तैयार है. सीएम ने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर कृषि मंत्री से बातचीत की है. कोशिश हो रही है कि बातचीत से रास्ता निकले. केंद्र ने जितना संशोधन किया उससे ज्यादा भी केंद्र सरकार संशोधन कर सकती.  

सीएम मनोहर लाल ने पंजाब के किसानों से अपील की है कि वो एसवाईएल के मुद्दे को गम्भीरता से लें. पंजाब में ज्यादा पानी होने से फसल खराब होती है. पंजाब का पानी पाकिस्तान को जा रहा है, इसलिए इस मुद्दे को भी हल करना चाहिए.  

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब के किसान खेतीबाड़ी मंत्री की चिट्ठी को जरूर पढ़ें. उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों के लिए ये चिट्ठी पंजाबी में चिट्ठी ट्रांसलेट की जायेगी.

21:01 December 19

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मुलाकात

कृषि कानूनों को लेकर हो रहे विरोध से अब हरियाणा सरकार भी काफी दबाव महसूस कर रही है. किसानों के आंदोलन का समाधान निकालने के लिए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल अब दिल्ली की तरफ रुख कर चुके हैं. शनिवार देर शाम किसान आंदोलन को लेकर सीएम खट्टर ने केंदीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के घर पर उनसे मुलाकात की. मुलाकात के बाद खट्टर ने कहा कि जल्द ही किसानों से वार्ता होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि एक दो दिन इस मुद्दे का हल निकल जाएगा.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी करेंगे मुलाकातबताया जा रहा है कि सीएम मनोहर लाल केंद्रीय कृषि मंत्री से बातचीत करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात करेंगे और उनसे भी किसान आंदोलन को खत्म करवाने के लिए चर्चा करेंगे.

डिप्टी सीएम भी कर चुके हैं रक्षा मंत्री से मुलाकातहरियाणा के उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला ने भी 12 दिसंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. इस बातचीत के बाद उपमुख्‍यमंत्री दुष्यंत ने कहा था कि किसानों को हरियाणा में जब तक एमएसपी मिलेगा, तब तक वह सरकार का हिस्सा हैं. प्रदेश में जिस दिन किसानों को एमएसपी नहीं मिलेगा, वह सरकार से हिस्सेदारी छोड़ देंगे.

20:48 December 19

भारतीय किसान यूनियन भानु गुट का विरोध प्रदर्शन

कृषि संशोधन बिल और एमएसपी लागू किए जाने का विरोध देश के कोने-कोने में किसानों द्वारा किया जा रहा है और सड़कों पर धरना-प्रदर्शन भी किया जा रहा है. वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा सभी किसान संगठनों को पत्र लिखकर कृषि बिल और एमएसपी से संबंधित जानकारी देने और कानून को सही बताने का काम किया जा रहा है.  

इसी बीच कृषि मंत्री का पत्र नोएडा के सेक्टर 14ए स्थित भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के पास भी आया, जिसका भानु गुट ने पुरजोर विरोध किया. पत्र को लेकर पहले पदाधिकारियों द्वारा किसानों को बताया गया. फिर उसमें क्या-क्या कमियां है, यह भी सब को बताया गया. जिसके बाद नारे लगाते हुए किसानों ने कृषि मंत्री के पत्र को जला दिया.

इस संबंध में यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा जो भी कृषि कानून बनाए गए हैं, वह पूरी तरह से किसान विरोधी है. उन्होंने कहा कि इस कानून की एक भी प्वाइंट को हम स्वीकार नहीं करेंगे और सरकार को बिल वापस लेना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हमारा धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार की आंख नहीं खुलती और वह कृषि बिल को वापस नहीं ले लेते.

20:41 December 19

किसानों का प्रदर्शन

कृषि कानून के विरोध में फतेहाबाद में किसानों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेड्स उखाड़ दिए और नारेबाजी करते हुए बीजेपी के उपवास स्थल पर पहुंचे. इस दौरान बीजेपी के उपवास टेंट में घुसकर किसानों ने बीजेपी के पोस्टर फाड़े. इस दौरान पुलिस किसानों को रोकने में नाकाम रही.  

बता दें कि कृषि कानूनों के समर्थन में बीजेपी के नेताओं ने एक दिन का उपवास रखा था. इस बीच गुस्साए किसानों ने बीजेपी के उपवास कार्यक्रम में घुसकर जमकर नारेबाजी करने लगे. किसानों के विरोध के चलते बीजेपी के उपवास कार्यक्रम पर पानी फिर गया. कार्यक्रम में आते ही किसान बीजेपी नेताओं के साथ मंच पर जाकर नारेबाजी करने लगे.

12:14 December 19

बीजेपी के उपवास स्थल पर किसानों का हंगामा

बीजेपी के उपवास स्थल पर किसानों का हंगामा

कृषि कानून के विरोध में फतेहाबाद में किसानों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेड्स उखाड़ दिए और नारेबाजी करते हुए बीजेपी के उपवास स्थल पर पहुंचे. इस दौरान बीजेपी के उपवास टेंट में घुसकर किसानों ने बीजेपी के पोस्टर फाड़े. इस दौरान पुलिस किसानों को रोकने में नाकाम रही.बता दें कि कृषि कानूनों के समर्थन में बीजेपी के नेताओं ने एक दिन का उपवास रखा था. इस बीच गुस्साए किसानों ने बीजेपी के उपवास कार्यक्रम में घुसकर जमकर नारेबाजी करने लगे. किसानों के विरोध के चलते बीजेपी के उपवास कार्यक्रम पर पानी फिर गया. कार्यक्रम में आते ही किसान बीजेपी नेताओं के साथ मंच पर जाकर नारेबाजी करने लगे.किसानों को रोकने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम रही. किसान बैरिकेड तोड़कर उपवास मंच में घुस गए. दिल्ली बॉर्डर पर पहले ही किसान आक्रोशित है. कड़ाके की सर्दी में लगातार वे आंदोलन कर रहे हैं और सरकार किसानों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है. इसके बाद किसानों ने हरियाणा में जेजेपी और बीजेपी नेताओं के बहिष्कार करने का फैसला लिया था.

12:04 December 19

और कितने अन्नदाताओं को कुर्बानी देनी होगी?

किसान आंदोलन में अब तक 22 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है. 

  • ड्रेन में गिरने से एक किसान की मौत
  • पंजाब के नवांशहर के गांव हसनपुर खुर्द के सुरेंद्र सिंह की सड़क हादसे में जान गई
  • गांव बरोदा के किसान अजय की जान गई
  • पंजाब के जिला मोगा के गांव भिंडर कलां के मक्खन खान की जान गई
  • पंजाब के जिला मोहाली के गांव कंड़ाला के किसान गुरमीत सिंह की जान गई
  • पंजाब के जिला पटियाला के गांव सौहली के किसान पाल सिंह की जान गई
  • भीम सिंह नंबरदार का शव ड्रेन में मिला
  • संत ने दी जान, सुसाइड नोट भी लिखा
  • 17 दिसंबर को 37 साल के किसान की भी टिकरी बोर्डर पर मौत हो गई थी

11:52 December 19

सिंघु बाॅर्डर पर डटे किसान

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता

राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता  ने कहा सरकार को बात करनी चाहिए, हम सरकार से बात करने के लिए कहां मना कर रहे हैं. फूड सप्लाई चेन को किसानों ने बंद नहीं किया है और न हमारी बंद करने की योजना है. 

09:48 December 19

चिल्ला बॉर्डर: किसान आंदोलन में घुसकर कृषि कानूनों की बड़ाई, किसानों ने की हाथापाई

किसानों ने की हाथापाई

चिल्ला बॉर्डर पर पिछले 17 दिनों से लगातार चल रहे भारतीय किसान यूनियन भानु के धरने पर उस वक्त हंगामा हो गया, जब आंदोलन के बीच में घुसकर एक व्यक्ति सरकार की तारीफ करने लगा और कृषि कानून को सही बताने लगा. जिससे किसानों से उसकी बहस हो गई और बात हाथापाई पर आ गई. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया.

आधे घंटे तक हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा
चिल्ला बॉर्डर पर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन भानू के बीच ग्रेटर नोएडा के beta1 निवासी थाना beta-2 का रहने वाला अंकुर नमक शख्स पहुंचा, जिसके जाने के बाद धरना स्थल पर करीब आधे घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला. धरने पर गए युवक ने किसानों के बीच सरकार की तारीफ और कृषि कानून को सही बताते हुए किसानों से बहस शुरू कर दी गई. जिस पर किसान भड़क उठे और युवक के साथ धक्का-मुक्की के साथी हाथापाई तक बात पहुंच गई. मौके पर तैनात पुलिस तत्काल युवक को हिरासत में लिया और उसे थाने ले गई, वहीं किसानों को समझा-बुझाकर शांत किया गया.

09:43 December 19

किसानों का स्वास्थ्य जांच के लिए पटियाला से सिंघु बॉर्डर पहुंची थी डॉक्टर्स की टीम

किसानों का स्वास्थ्य जांच के लिए पटियाला से सिंघु बॉर्डर पहुंची युवा डॉक्टर्स की टीम

कृषि कानूनों के विरोध में लगातार किसानों का आंदोलन जारी है. पंजाब से किसानों की सेहत का ध्यान रखने के लिए युवा डॉक्टरों की एक टीम सिंधु बॉर्डर पहुंची. हमारी टीम ने इन डॉक्टर्स से बातचीत की. इस बातचीत के दौरान इन युवा डॉक्टर्स ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. ईटीवी भारत की टीम लगातार किसान आंदोलन को कवर कर रही है और किसानों की अलग-अलग तस्वीरें अपने दर्शकों तक पहुंचा रही है. शुक्रवार को पंजाब के पटियाला से युवा डॉक्टरों की एक टीम पहुंची, जिसमें अधिकतर युवा महिला डॉक्टर थीं. इन डॉक्टर्स ने किसानों के हेल्थ चेकअप किया और किसान आंदोलन का समर्थन किया.

09:30 December 19

किसान आंदोलन को बब्बू मान का समर्थन, बोले- आंदोलन से सरकार ही नहीं दुनिया डर गई

किसान आंदोलन को बब्बू मान का समर्थन

कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर लगातार किसानों का आंदोलन जारी है और सोनीपत की सिंघु बॉर्डर पर पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के बड़े-बड़े कलाकार पहुंच रहे हैं और किसानों का समर्थन कर रहे हैं. एक बार फिर पंजाबी सिंगर बब्बू मान किसान आंदोलन में पहुंचे और किसानों के समर्थन में पीएम मोदी और सरकार का नाम लिए बिना ही उन पर जमकर निशाना साधा.बता दें कि किसानों का ये आंदोलन 24वें दिन में पहुंच गया और लगातार किसानों के धरने को अलग-अलग वर्गों के लोगों का साथ मिल रहा है और सबसे ज्यादा तो पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े हुए कलाकारों का जो कि समय-समय पर सोनीपत की सिंघु बॉर्डर पर पहुंचकर किसानों की हौसला अफजाई कर रहे हैं और सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं.एक बार फिर पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के सबसे बड़े कलाकार कहे जाने वाले सिंगर बब्बू मान सोनीपत की सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे और किसानों का समर्थन किया और सरकार पर जमकर निशाना साधा.

09:07 December 19

कड़ाके की ठंड में भी कम नहीं हुए किसानों के हौसले

किसानों के हौसले कम नहीं

कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. आज आंदोलन का 24वां दिन है. दिल्ली में ठंड भी लगातार बढ़ती जा रही है. किसानों का कहना है कि उनके पास खाली हाथ लौटने का विकल्प नहीं है. ठंड से बचाव को किसान अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी किसानों की मदद को आगे आई हैं. किसानों के लिए अलाव, रजाई-गद्दे, कंबल आदि की व्यवस्था की जा रही है साथ ही किसान ट्रैक्टर की बैटरी चार्ज करने के लिए सोलर प्लेट की इस्तमाल कर रहे है. प्रदर्शनकारी सोलर पैनल से फोन और ट्रैक्टर की बैटरी चार्ज कर रहे हैं. अमृत सिंह ने बताया सोलर प्लेट लेकर आए हैं कि अगर फोन की बैटरी डाउन हो जाएगी तो घर पर बात नहीं हो पाएगी, सरकार क्या सुविधा देगी वो हमारी मांग तो मान नहीं रही.

08:42 December 19

सिंघु बाॅर्डर पर डटे किसान

सिंघु बाॅर्डर पर डटे किसान

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी आज 24वें दिन भी सिंघु बाॅर्डर पर डटे हुए हैं. एक 80 वर्षीय प्रदर्शनकारी रूमी राम ने बताया बहुत मुश्किल हो रही है लेकिन सरकार किसानों के बारे में नहीं सोच रही है.

07:35 December 19

किसान आंदोलन लाइव-

नई दिल्ली :केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलनरत है. आज प्रदर्शन का 24वां दिन है. किसान और सरकार के बीच अब तक बात नहीं बन पाई है. अब सुप्रीम कोर्ट ने कमान संभाली है. आज हो सकता है न्यायालय के माध्यम से कोई बीच का रास्ता निकल आए.  

सुप्रीम कोर्ट ने इस विषय के निपटारे के लिए एक कमेटी गठित करने का सुझाव दिया है.  

बता दें कि तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ अपना रुख कड़ा करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि सरकार से इन कानूनों को वापस ‘कराएंगे और कहा कि उनकी लड़ाई उस स्तर पर पहुंच गई है, जहां वे इसे जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली और नोएडा के बीच चिल्ला बॉर्डर पर जमे हुए हैं.  

वहीं ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) ने शुक्रवार को कहा कि तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन का समाधान निकलाने की जरूरत सरकार को है, उच्चतम न्यायालय को नहीं.

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान आंदोलन में शामिल करीब 40 किसान संगठनों में से एक किसान सभा 'दिल्ली चलो' अभियान का नेतृत्व कर रहा है और उसका कहना है कि पहले-पहल किसी किसान संगठन ने अदालत का दरवाजा खटखटाकर मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध नहीं किया.

न्यायालय ने कहा था कि किसान आंदोलन को बिना किसी बाधा के जारी रहने देना चाहिए और अदालत इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगी क्योंकि विरोध करने का अधिकार संविधान प्रदत मौलिक अधिकार है.

न्यायालय दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शनों के खिलाफ दायर विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था.

संभल में 20 किसानों को जारी नोटिस निरस्त

संभल में किसानों को पचास-पचास हजार रुपये मुचलके भरने की जारी की गई नोटिस शुक्रवार को पुलिस रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन ने निरस्‍त कर दी.

उल्‍लेखनीय है कि केंद्र के तीन कृषि क़ानूनों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं.

Last Updated : Dec 19, 2020, 10:11 PM IST

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