किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि यदि सरकार वार्ता करना चाहती है, तो हम तैयार हैं, लेकिन हम पहले तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने पर चर्चा करेंगे. हमने नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करने का फैसला किया है, यूनियन नेता 14 दिसंबर को भूख हड़ताल पर बैठेंगे. यूनियन के नेताओं ने बताया कि शाहजहांपुर से किसान रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे जयपुर-दिल्ली राजमार्ग के जरिये 'दिल्ली चलो' मार्च शुरू करेंगे. सरकार ने हमारे आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की, लेकिन हम यह नहीं होने देंगे, नए कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
किसान आंदोलन: 14 दिसंबर को भूख हड़ताल करेंगे यूनियन नेता - farmers demand law on msp
18:33 December 12
17:41 December 12
जारी रहेगा शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन
संयुक्ता किसान आंदोलन के कमल प्रीत सिंह पन्नू ने कहा सिंघू सीमा पर आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि 14 दिसंबर को सभी किसान नेता सिंघू बॉर्डर पर एक ही साझा मंच पर बैठेंगे. हम चाहते हैं कि सरकार 3 फार्म बिल वापस ले, हम संशोधन के पक्ष में नहीं हैं. केंद्र हमारे आंदोलन को विफल करना चाहता है, लेकिन हम इसे शांतिपूर्वक जारी रखेंगे.
पन्नू ने कहा कि हम अपने आंदोलन को विफल करने की केंद्र की हर कोशिश को विफल करेंगे. हमें विभाजित करने और हमारे आंदोलन के लोगों को भड़काने के लिए सरकार ने कुछ छोटे प्रयास किए थे. लेकिन, हम शांतिपूर्वक तरीके से इस आंदोलन को जीत की ओर ले जाएंगे.
15:20 December 12
एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे किसान
राजधानी की सीमा पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच कई किसान नेताओं ने एमएसपी के लिए कानून बनाने की मांग की है.
- अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के सरदार वीएम सिंह ने कहा कि हम एमएसपी पर आश्वासन चाहते हैं. हम इसके तहत अपनी उपज की खरीद की गारंटी चाहते हैं. एमएसपी गारंटी विधेयक लाने पर किसान लाभान्वित होंगे.
- उत्तर प्रदेश के किसान नेता डूंगर सिंह ने कहा कि हम आलू, गन्ना, अनाज, सब्जियों और दूध सहित अपनी सभी उपज पर एमएसपी चाहते हैं. हम एमएसपी के लिए एक कानून चाहते हैं.
13:04 December 12
शंभू बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ाई गई
अंबाला:किसान संगठनों के आह्वान पर आज पूरे देश मे सभी टोल प्लाजा को फ्री कराया जा रहा है. जिसके मद्देनजर अंबाला के शंभू बॉर्डर स्थित टोल प्लाजा को फ्री करवा दिया गया है और किसान सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर रहे है.
वहीं अंबाला पुलिस प्रशासन की ओर से भारी पुलिस फोर्स, वॉटर केनन की गाड़ियां, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, आंसू गैस के गोलों की मशीन शम्भू बॉर्डर पर तैनात की गई है. इस बारे जानकारी देते हुए अंबाला के एसपी राजेश कालिया ने बताया कि हमें सूचना मिली है कि भारी संख्या में पंजाब से ट्रैक्टर पर सवार होकर किसान हरियाणा में प्रवेश कर सकते हैं. जिसके लिए भारी पुलिस फोर्स और कड़े बंदोबस्त किए हैं गए हैं, ताकि उन्हें हरियाणा में प्रवेश करने से रोका जा सके.
ये भी पढ़िए:कंगना रनौत हमारे बुजुर्गों के बारे में कुछ बोले उसकी औकात नहीं- रणजीत बावा
इसके अलावा उन्होंने बताया कि किसान आज सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और अगर वो इसे शांतिपूर्वक करते हैं तो उन्हें रोका नहीं जाएगा, लेकिन अगर उन्होंने रोड ब्लॉक करने की कोशिश की तो सख्ती अपनाई जाएगी.
12:50 December 12
आंदोलन पर ठंड का कहर, किसानों का हौसला बुलंद
सोनीपत:किसान आंदोलन 17 दिनों से लगातार जारी है. किसान दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर डटे हैं. वहीं अगर बात सिंघु बॉर्डर की करें तो सोनीपत में अचानक ठंड बढ़ने से किसानों को थोड़ी परेशानी का सामना जरूर करना पड़ रहा है, लेकिन किसानों के हौसले बुलंद हैं.
इस बारे में जब एक किसान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि भले ही कितनी भी ठंड पड़ जाए. सरकार भले ही यहां बर्फ क्यों ना गिरा दे. वो फिर भी काले कानून वापस नहीं होने तक यहीं डटे रहेंगे. उन्होंने कहा कि किसान के लिए ठंड कोई बड़ी चीज नहीं है.
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 17वें दिन भी जारी है. किसान आज देशभर में टोल प्लाजा लोगों के लिए फ्री कर रहे हैं. हरियाणा के कई टोल प्लाजा जैसे घरौंडा टोल प्लाजा और सोनीपत के भिगान टोल प्लाजा को देर रात ही किसानों द्वारा फ्री करा दिया गया है.
गौरतलब है कि किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के संशोधन के लिखित प्रस्ताव को खारिज कर दिया है और सभी किसान नेता 3 कृषि कानून रद्द करवाने और MSP गारंटी कानून लागू करवाने पर अड़िग हैं. साथ ही किसानों की ओर से आगे की रणनीति भी तैयार की गई है. जिसके तहत-
- आज जयपुर-दिल्ली राजमार्ग को अवरुद्ध किया जाएगा
- आज सभी टोल प्लाजा फ्री किए जाएंगे
- किसान अदानी-अंबानी के उत्पादों जैसे रिलायंस की जियो सिम का बहिष्कार करेंगे
- 14 दिसंबर को पूरे देश में होगा विरोध प्रदर्शन
- भाजपा नेताओं का घेराव किया जाएगा
- 14 दिसंबर को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड के किसान जिला मुख्यालयों पर एक दिन का धरना देंगे और अन्य राज्यों के किसान 14 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे.
- जो धरने नहीं लगाएगा वो दिल्ली को कूच करेगा.
11:04 December 12
देश विरोधी ताकतों को बाहर करेंगे-टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वे कभी सुप्रीम कोर्ट नहीं गए. उन्होंने कहा कि बातचीत और आंदोलन साथ-साथ चल रहा है. देश विरोधी ताकते इस प्रदर्शन का हिस्सा बन रहे हैं. इस पर टिकैत ने कहा कि, बैन लगे संगठनों के लोगों को गिरफ्तार किया जाए. हमने कोई देश विरोधी लोगों को इस प्रदर्शन में नहीं देखा है, अगर मिलते हैं तो बाहर निकालेंगे.
11:00 December 12
किसान आंदोलन का 17वां दिन-
किसान आंदोलन को देखते हुए देश के अलग-अलग हिस्सों से किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं. यह तस्वीर कुरुक्षेत्र की है, जहां किसान अपने-अपने ट्रेक्टरों, वाहनों पर सवार होकर दिल्ली का रुख कर रहे हैं. 14 दिसंबर को भाजपा के मंत्रियों, पार्टी के जिला कार्यालयों का किसान घेराव करेंगे और पार्टी के नेताओं का बहिष्कार करेंगे.
09:42 December 12
हिसार-दिल्ली हाइवे-9 के मय्यड़ टोल प्लाजा को किसानों ने फ्री करवाया
हिसार: किसान आंदोलन के 17वें दिन हिसार-दिल्ली नेशनल हाईवे-9 के मय्यड़ टोल प्लाजा को सुबह ही किसानों ने फ्री करवा दिया है. किसानों का टोल प्लाजा पर पहुंचना शुरू हो गया है. हिसार-दिल्ली नेशनल हाइवे पर से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं. पंजाब और राजस्थान को दिल्ली से जोड़ता नेशनल हाइवे-9. सुरक्षा व्यवस्था के चलते टोल पर पुलिस बल तैनात है.
09:18 December 12
करनाल: पंजाब से आए किसानों ने घरौंडा टोल फ्री करवाया
करनाल:बीती रात 12 बजे पंजाब से आए किसानों ने करनाल-पानीपत स्थित घरौंडा टोल को फ्री करवाया. किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए. इस दौरान मौके पर पुलिस की कई टीमें मौजूद रहीं. इससे पहले किसानों ने प्रशासन को सुबह 9 बजे टोल फ्री कराने का अल्टीमेटम दिया था.
06:05 December 12
किसान आंदोलन लाइव-
नई दिल्ली : कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन का आज 17वां दिन है. किसान संगठन आज दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रेफिक ठप करने की चेतावनी दी है. किसान नेताओं ने नए कृषि कानूनों में संशोधन करने के सरकार के प्रस्ताव को बुधवार को खारिज कर दिया था. किसानों का कहना था कि वे शनिवार यानी की आज जयपुर-दिल्ली और दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस-वे को बंद करेंगे तथा आंदोलन को तेज करते हुए 14 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेंगे.
किसान नेता शिव कुमार कक्का ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि सरकार के प्रस्ताव में कुछ भी नया नहीं है और संयुक्त किसान समिति’ ने बुधवार को अपनी बैठक में इसे पूरी तरह खारिज कर दिया.
किसान संघ के नेताओं ने प्रस्ताव को देश के किसानों का अपमान करार दिया. हालांकि, उन्होंने कहा कि सरकार अगर वार्ता के लिये नया प्रस्ताव भेजती है तो वे उस पर विचार कर सकते हैं.
बता दें कि सरकार और किसान संगठनों के नेताओं के बीच होने वाली छठे दौर की बातचीत को रद्द कर दिया गया था.
किसान संगठनों के नेताओं मुताबिक उत्तर भारत के सभी किसानों के लिये 14 दिसंबर को ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान किया गया है, जबकि दक्षिण भारत में रहने वाले किसानों से जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन के लिये कहा गया है.
किसान नेताओं ने कहा कि वे 14 दिसंबर को भाजपा के मंत्रियों, पार्टी के जिला कार्यालयों का घेराव करेंगे और पार्टी के नेताओं का बहिष्कार करेंगे.
नये कृषि कानूनों पर केंद्रीय गृह मंत्री के, किसानों के 13 प्रतिनिधियों से मुलाकात करने के एक दिन बाद बुधवार को केंद्र की तरफ से किसानों को प्रस्ताव भेजा गया था. प्रस्ताव में सरकार ने कहा था कि वह वर्तमान में लागू न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था को जारी रखने के लिए 'लिखित में आश्वासन' देने को तैयार है.