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किसान संगठनों ने खारिज किया केंद्र का प्रस्ताव, आंदोलन तेज करने का एलान

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Published : Dec 9, 2020, 7:03 AM IST

Updated : Dec 9, 2020, 7:12 PM IST

17:08 December 09

17:00 December 09

सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने क्या कहा :-

किसान नेताओं ने क्या कहा

किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के संशोधन के लिखित प्रस्ताव को खारिज़ कर दिया है और सभी किसान नेता 3 कृषि कानून रद्द करवाने और MSP गारंटी कानून लागू करवाने पर अड़िग हैं.

  • 12 दिसंबर को जयपुर-दिल्ली राजमार्ग को अवरुद्ध किया जाएगा
  • किसान अदानी-अंबानी के उत्पादों जैसे रिलायंस की जियो सिम का बहिष्कार करेंगे
  • 14 दिसंबर को पूरे देश में होगा विरोध प्रदर्शन
  • 12 दिसंबर को टोल प्लाजा को फ्री किया जाएगा
  • भाजपा नेताओं का घेराव किया जाएगा
  • 14 दिसंबर को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड के किसान जिला मुख्यालयों पर एक दिन का धरना देंगे और अन्य राज्यों के किसान 14 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे.
  • जो धरने नहीं लगाएगा वो दिल्ली को कूच करेगा.

16:51 December 09

किसान यूनियन की सिंघु सीमा पर बैठक

किसान यूनियन की सिंघु सीमा पर बैठक

किसान यूनियन आज सिंघू सीमा पर एक बैठक कर रहे हैं जिससे आगे की कार्ययोजना तय की जा सके. उनका कहना है कि गृह मंत्री के साथ हुई बैठक का परिणाम कुछ नहीं निकला. 

16:34 December 09

कृषि कानूनों पर बना हुआ है गतिरोध, राष्ट्रपति से मिलेंगे विपक्षी नेता

कृषि कानूनों पर पिछले 14 दिनों से गतिरोध बना हुआ है. दिल्ली हरियाणा सीमा पर सिंघु बॉर्डर पर जमे किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है. किसानों की कानून रद्द करने मांग पर सरकार ने किसी भी तरह का आधिकारिक बयान नहीं दिया है. हालांकि, किसान नेताओं का कहना है कि सरकार अड़ियल रवैया अपना रही है, ऐसे में विरोध प्रदर्शन के लंबा खिंचने के आसार हैं. आज शाम पांच बजे विपक्षी नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भेंट करेंगे.

सूत्रों के मुताबिक थोड़ी देर में किसान नेताओं की प्रेस वार्ता होगी. आशंका जताई जा रही है कि किसान नेता आंदोलन को तेज करने का औपचारिक एलान करेंगे.

15:43 December 09

कृषि भूमि को लेकर सरकार का प्रस्ताव

कृषि भूमि को लेकर प्रस्ताव

15:42 December 09

सरकार ने किसानों को लिखित में एक प्रस्ताव भेजा है. सरकार ने कृषि कानूनों में कुछ संशोधन सुझाए हैं और उन्हें किसानों को भेजा है.

सरकार का संशोधन प्रस्ताव

15:16 December 09

बिजली को लेकर सरकार ने किसानों को भेजा संशोधन प्रस्ताव

बिजली संशोधन

13:33 December 09

शाम तक प्रस्ताव पर जवाब दे सकते हैं किसान

सूत्रों के मुताबिक कृषि कानूनों में संशोधन प्रस्ताव बनाया गया है, संशोधन पर गृहमंत्री अमित शाह ने  मुहर लगाई है. सरकार ने संशोधन प्रस्ताव में 5 बड़ी बातें लिखी हैं. संशोधन प्रस्ताव में एमएसपी जारी रखने के लिए लिखित गारंटी दी गई है. पांच बातों में, किसानों को कोर्ट में जाने का अधिकार दिया जा रहा है. फास्ट ट्रेक कोर्ट के गठन को मंजूरी भी दी जाएगी. संशोधन प्रस्ताव में निजी कंपनियों का रजिस्ट्रेशन कराने की बात कही गई है. मंडी कानून में एपीएमसी में बड़े बदलाव की बात संशोधन प्रस्ताव में शामिल किया गया है. शाम तक प्रस्ताव पर जवाब दे सकते हैं किसान.  

13:21 December 09

बीजेपी प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव आज दोपहर दो बजे संयुक्त रूप से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे. सूत्रों के अनुसार किसानों को MSP की लिखित गारंटी देगी केंद्र सरकार, मंडियों को और सशक्त करने के लिए लिखित आश्वासन देगी सरकार, विवाद निपटारे के लिए SDM के अतिरिक्त सिविल कोर्ट जाने का संशोधन भी लाएगी केंद्र सरकार.

11:54 December 09

अपनी हठ छोड़ें मोदी : दिग्विजय सिंह

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी को अपनी हठ छोड़नी चाहिए. किसानों के विषय पर इस प्रकार से हठ करना किसी के लिए उचित नहीं है न ही देश के लिए और न ही उनके लिए उचित है. मैं कहूंगा कि वो तत्काल इस 3 कानूनों को वापस ले और संयुक्त संसदीय समिति बनाए, जो किसानों से बातचीत कर इसका हल निकाले. 

11:49 December 09

ठंडी रोटी और इंतजार से मुक्ति

वी़डियो-

नई दिल्ली/गाजियाबाद :गाजियाबाद, दिल्ली और यूपी की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों को अब गर्म रोटी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. किसानों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए एक संस्था ने यहां पर रोटी बनाने की मशीन लगा दी है. इस मशीन से 1 घंटे में 1000 रोटियां बनाई जा सकती हैं. बीते दिनों के मुकाबले यूपी गेट पर आज किसानों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है.

ठंडी रोटी और इंतजार से मुक्ति
इससे पहले किसानों को कई बार ठंडी रोटी खानी पड़ रही थी. क्योंकि या तो रोटियां बाहर से मंगवाई जा रही थी या फिर कारीगरों द्वारा उसे बनाने में काफी टाइम लग रहा था, लेकिन इस मशीन की वजह से अब किसानों को गर्म रोटी के लिए इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा. 

बढ़ाई जा सकती है मशीनों की संख्या
माना जा रहा है कि आंदोलन अगर लंबा खींचता है और किसानों की संख्या में और इजाफा होता है तो, मशीनों की संख्या भी यहां बढ़ाई जा सकती है. कुल मिलाकर किसानों के लिए राशन पानी की अच्छी खासी व्यवस्था है. पहले ही किसान चेतावनी दे चुके हैं कि अगर निष्कर्ष नहीं निकला तो, 26 जनवरी यहीं मनाएंगे.

11:48 December 09

किसान लगातार सिंघु बॉर्डर भी पहुंच रहे हैं

सोनीपत : कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन आज 14वें दिन में प्रवेश कर चुका है. एक तरफ जहां सरकार की ओर से आज किसानों को लिखित प्रस्ताव दिया जाएगा. वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर किसानों की संख्या बढ़ने का सिलसिला भी जारी है.

पंजाब और हरियाणा के किसान लगातार सिंघु बॉर्डर भी पहुंच रहे हैं. आज आंदोलन के 14वें दिन किसानों का बड़ा जत्था भी सिंघु बॉर्डर पहुंचा है. किसानों के इस जत्थे ने राजीव गांधी एजुकेशन सिटी के सामने डेरा डाल दिया है.

11:36 December 09

सोम प्रकाश ने दी प्रतिक्रिया

वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कहा कि गृहमंत्री ने कल किसान संगठनों से कानून में क्या संशोधन हो सकते हैं उस पर बात की. किसानों ने जो भी संशोधन करने की मांग की उन्होंने सभी संशोधन करनी की बात कही है. आज वे किसानों को लिखित प्रस्ताव दे रहे हैं, किसान विचार कर सरकार को बताएंगे.  

11:36 December 09

कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है.

11:35 December 09

पंजाब :

शिरोमणि अकाली दल कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने के​ लिए दिल्ली जा रहे लोगों को मुफ्च में डीजल मुहैया करा रहा है. अकाली दल के एक कार्यकर्ता ने बताया, 'आंदोलन कर रहे किसानों को उत्साहित करने के लिए हमने ये फ्री सेवा शुरू की है.' 

10:31 December 09

राकेश टिकैत का बयान

राकेश टिकैत बोले-  प्रस्ताव के बाद तय होगी आंदोलन की रूपरेखा 

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रस्ताव पर चर्चा होगी, बैठक (छठे दौर की वार्ता) रद्द हो गई है. पहली बार सरकार का दस्तावेज सामने आएगा, आगे के आंदोलन की रूपरेखा प्रस्ताव के बाद तय होगी. 

10:25 December 09

हन्ना मोल्लाह ने क्या कहा,जानें-

हन्नान मोल्लाह ने दी जानकारी

अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि कल बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. सरकार आज सुबह 11 बजे तक लिखकर भेजेगी(प्रस्ताव), 12 बजे सिंघु बॉर्डर पर हमारी बैठक है. सरकार ने 10 दिसंबर को बैठक के लिए बोला है, अगर प्रस्ताव के बाद कुछ सकारात्मक निकल कर आता है तो कल बैठक हो सकती है. 

10:16 December 09

हड़बड़ाहट में सरकार : सुखविंदर सिंह

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्य सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि सरकार इस समय हड़बड़ाहट में है, कल शाम बुलाई गई बैठक बेफायदा थी. प्रस्ताव भेजना था तो 6 या 7 दिसंबर को भेजते. अगर प्रस्ताव में संशोधन की बात आती है तो उससे बात नहीं बनेगी. 

07:45 December 09

आंदोलनरत किसान

सिंघु बॉर्डर पर किसानों का डेरा

सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने डाला है डेरा 

दिल्ली : कृषि कानूनों के विरोध में किसान सिंघु बॉर्डर (हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर) पर डेरा डाले हुए हैं. बता दें कि किसानों के विरोध प्रदर्शन का आज 14 वां दिन है. 

06:25 December 09

किसान आंदोलन लाइव अपडेट

हन्नान मोल्लाह ने बैठक को लेकर दी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली :नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों की तरफ से मंगलवार को बुलाया गया 'भारत बंद' शांतिपूर्ण रहा. दूसरी तरफ अमित शाह से किसान नेताओं की मुलाकात बेनतीजा रही. किसान अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं है. सूत्रों के मुताबिक सरकार ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि नए कृषि कानूनों को वापस नहीं लिए जाएगा. ऐसे में आज किसानों और सरकार के बीच बैठक की कोई उम्मीद नहीं है.

सरकार जिन संशोधनों के पक्ष में हैं उन्हें आज लिखित में देगी. वहीं लिखित संशोधनों को लेकर सभी 40 किसान यूनियनों से चर्चा करने के बाद बैठक में शामिल होने के बारे में फैसला लेंगे.'

बता दें कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कुछ किसान नेताओं के बीच मंगलवार की रात हुई बैठक विफल रहने के बाद सरकार और किसान यूनियनों के बीच बुधवार को प्रस्तावित छठे दौर की वार्ता अधर में लटक गई है.

चर्चा के बाद फैसला

भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह के अनुसार  अमित शाह  ने कहा कि सरकार जिन संशोधनों के पक्ष में हैं उन्हें कल लिखित में देगी. हम लिखित संशोधनों को लेकर सभी 40 किसान यूनियनों से चर्चा करने के बाद बैठक में शामिल होने के बारे में फैसला लेंगे.'

हालांकि, सरकार की ओर से बुधवार की वार्ता के संबंध में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है लेकिन शाह के साथ हुई बैठक के बाद कुछ किसान नेताओं ने कहा कि प्रस्तावित बैठक में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता.  

इन नेताओं ने कहा कि सरकार के लिखित प्रस्ताव पर विचार-विमर्श के बाद ही अगले कदम पर निर्णय लिया जाएगा.

महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा-

मंगलवार करीब आधी रात को समाप्त हुई बैठक के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा, 'अमित शाह  ने कहा कि सरकार जिन संशोधनों के पक्ष में हैं उन्हें कल लिखित में देगी. हम लिखित संशोधनों को लेकर सभी 40 किसान यूनियनों से चर्चा करने के बाद बैठक में शामिल होने के बारे में फैसला लेंगे.'

वहीं, शाह के साथ हुई बैठक में शामिल रहे किसान नेता दर्शन पाल ने कहा, 'हमारी मांगों को लेकर केंद्र सरकार कल लिखित प्रस्ताव देगी .... केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच बुधवार को कोई बैठक नहीं होगी.'

इससे पहले, 13 किसान नेताओं को शाह के साथ इस बैठक के लिए बुलाया गया था. बैठक रात आठ बजे आरंभ हुई. किसान नेताओं में आठ पंजाब से थे जबकि पांच देश भर के अन्य किसान संगठनों से जुड़े थे.

सरकार की ओर से प्रदर्शनकारी किसानों से जारी वार्ता का नेतृत्व करने वाले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश भी राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा में हुई बैठक में मौजूद रहे.

छठे दौर की वार्ता 'भारत बंद' के बाद प्रस्तावित थी. किसानों के कल के 'भारत बंद' को ट्रेड यूनियनों, अन्य संगठनों और कांग्रेस सहित 24 विपक्षी दलों का समर्थन मिला.

सरकार और किसानों के बीच हुई पांच दौर की वार्ता में कोई सफलता नहीं मिली है. सरकार कानूनों में संशोधन की इच्छा जता चुकी है और कई तरह के आश्वासन भी दे चुकी है, लेकिन किसान संगठन नए कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं.

Last Updated : Dec 9, 2020, 7:12 PM IST

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