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ट्रैक्टर परेड हिंसा : क्राइम ब्रांच करेगी जांच, लाल किले की सुरक्षा बढ़ाई गई - अर्धसैनिक बलों की तैनाती

किसानों की ट्रैक्टर परेड हुई हिंसक
किसानों की ट्रैक्टर परेड हुई हिंसक

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Published : Jan 27, 2021, 9:30 AM IST

Updated : Jan 27, 2021, 11:10 PM IST

22:19 January 27

हरियाणा के कई क्षेत्रों में इंटरनेट निलंबन की अवधि बढ़ी

हरियाणा के तीन जिलों में सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवा को 27 जनवरी शाम 5 बजे तक के लिए बंद किया था. अब इसे बढ़ाकर 28 जनवरी शाम 5 बजे तक कर दिया गया है.

ये आदेश क्षेत्र में शांति बनाए रखने और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए जारी किए गए हैं. इस संबंध में अधिक जानकारी साझा करते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि दूरसंचार अस्थायी सेवा निलंबन (लोक आपात या लोक सुरक्षा) नियम, 2017 के नियम 2 के तहत इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश दिए गए हैं.

22:07 January 27

लाल किले की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के हजारों जवान

लाल किले की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के हजारों जवान

किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले से हिंसा की भयावह तस्वीरें सामने आई थी. उसके बाद बुधवार को लाल किले के परिसर में दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ, एसएसबी और सीआईएसएफ के हजारों जवान को तैनात किया गया है.

शांति बहाल करने की कोशिश
मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली के कई इलाकों से हिंसा की तस्वीर सामने आई थी. उपद्रवी किसानों द्वारा पुलिस के साथ मारपीट की गई थी. वहीं लाल किले की सुरक्षा में तैनात कई पुलिस कर्मियों को खाई में ढकेल दिया गया था.

21:56 January 27

ट्रैक्टर परेड के दौरान हरियाणा के युवक की मौत

ट्रैक्टर परेड के दौरान हरियाणा के युवक की मौत

गणतंत्र दिवस पर किसान परडे से वापस लौट रहे कैथल जिले के गांव पाई के 19 वर्षीय युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई. युवक की पहचान अजय ढुल के रूप में हुई है.

बताया जा रहा है कि अजय 22 जनवरी को टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल हुआ था और 26 जनवरी को दिल्ली ट्रैक्टर परेड यात्रा में भाग लेने के बाद अपने गांव पाई वापस जा रहा था. लेकिन गोहाना के नजदीक गांव बिचपड़ी के पास पहुंचा तो ट्रैक्टर पर बैठे अजय का पांव फिसल गया और वो ट्रैक्टर की नीचे आ गया.

16:02 January 27

सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक, वीएम सिंह ने खुद को आंदोलन से अलग किया

गाजीपुर बॉर्डर पर सरदार वीएम सिंह की प्रेस वार्ता

सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की बैठक चल रही है. एसकेएम में शामिल किसान नेता शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे. अभी सिंघु बॉर्ड पर बैठक में योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत, चडूनी और दर्शनपाल मौजूद हैं. जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने इन नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

'वार्ता में नहीं उठाया गया MSP का मुद्दा'

लगभग इसी समय गाजीपुर बॉर्डर पर सरदार वीएम सिंह ने गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन से खुद को और अपने संगठन को अलग करने का एलान किया. राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी की गारंटी को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन को मजबूती से दिशा दी. सरकार द्वारा वार्ता के लिए जिन किसान नेताओं को दिल्ली बुलाया गया उनका संगठन ने पीछे रहकर पूरा समर्थन दिया और नेताओं को बताया गया कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसानों की मांग है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी को लेकर कानून बनाए लेकिन किसी भी किसान नेता द्वारा वार्ताओं में इस मुद्दे को नहीं उठाया गया.  

'सरकार ने नहीं किए सुरक्षा के इंतजाम'
उन्होंने कहा कि लाल किले पर तिरंगे झंडा फहराने के लिए हजारों लोगों ने बलिदान दिया है और 26 जनवरी पर लाल किले पर निशान साहिब को फहराया गया. हर एक सिख को खराब लगा होगा जब निशान साहिब लाल किले पर फहराया गया होगा. सरकार पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए वीएम सिंह ने कहा सरकार को मालूम था कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले को कुछ संगठनों ने करोड़ों रुपए देने की कई महीने पहले बात की थी. इसमें सरकार की भी गलती है. ऐसे में लाल किले की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सरकार द्वारा क्यों नहीं किये गए. 

13:20 January 27

ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा, क्राइम ब्रांच करेगी जांच, ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट
  • दिल्ली पुलिस ने कल की हिंसा को लेकर IPC की धारा 395 (डकैत), 397 (लूट या डकैत, मारने या चोट पहुंचाने की कोशिश), 120 बी (आपराधिक साजिश की सजा) और अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है.
  • क्राइम ब्रांच द्वारा जांच की जाएगी.
  • किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान कल दिल्ली के लाल किले पर हुई हिंसा के संबंध में FIR दर्ज की गई है.

13:16 January 27

दिल्ली पुलिस ने किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में 200 लोगों को हिरासत में लिया. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.

12:09 January 27

लाल किले के अंदर की तस्वीरें

लाल किले के अंदर की तस्वीरें

दिल्ली के लाल किले के अंदर की तस्वीरें, जहां पर सीसीटीवी कैमरा टूटा हुआ है, सामान ज़मीन पर बिखरे हुए है और कांच के टुकड़े भी ज़मीन पर पड़े हुए दिखे. प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने कल किले के पोल पर चढ़कर अपना झंडा फहराया था.

11:51 January 27

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में आयोजित ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की न्यायिक जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है.

11:46 January 27

शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जो शंका थी वो सही साबित हुई. किसान संगठन बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे कि अनुशासन रहेगा कि हम जश्न में शामिल हो रहे हैं. यह जश्न था या गणतंत्र दिवस के दिन भारत पर हमला था? इन्होंने लाल किले को अपवित्र किया है. इस सबके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

11:44 January 27

किसान मज़दूर संघर्ष समिति के जनरल सचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा हमारा कार्यक्रम दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर था वहां पर जाकर हम लोग वापस आ गए. हमारा न तो लाल किले का कार्यक्रम था, न ही झंडा फहराने का था. जिन लोगों ने ये काम किया हम उनकी निंदा करते हैं. जिसने भी ये काम किया वो दोषी है. दीप सिद्धू की फोटो PM के साथ भी आ रही है. हमें इन पर शक है. अब दीप सिद्धू जी किधर से लाल किले के पास गए और कहां से वापस आए. जिन लोगों ने ऐसा किया उन्हें चिंहित किया जाएगा. ये सब किसान मज़दूर को बदनाम करने के लिए किया गया है.

11:42 January 27

अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश लगातार चल रही थी. हमें डर था कि कोई साजिश कामयाब न हो जाए मगर आखिर में साजिश कामयाब हो गई. लाल किले में बिना किसी सांठगांठ के कोई नहीं पहुंच सकता. इसके लिए किसानों को बदनाम करना ठीक नहीं है. 

11:42 January 27

दिल्ली पुलिस कमिश्नर कल किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.

11:28 January 27

दिल्ली-एनसीआर में बुधवार सुबह 10:30 बजे के करीब इंटरनेट सेवा बहाल हो गई, जिसके बाद कई लोगों ने राहत की सांस ली है.

10:05 January 27

टिकरी बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है.

कम हो रही ट्रैक्टरों और प्रदर्शनकारियों की संख्या

10:02 January 27

लाल किले से सामने आया दहलाने वाला वीडियो, पुलिस ने कूदकर बचाई जान

किसानों का पुलिस पर हमला

गणतंत्र दिवस पर लाल किले में हिंसा का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें आंदोलनकारी किसान पुलिसवालों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस वाले अपनी जान बचाने के लिए दौड़ रहे हैं और लाल किले की दीवारों से खाई में कूद रहे हैं.

09:25 January 27

दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में अभी तक 22 प्राथमिकियां दर्ज की हैं. हिंसा में 300 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए थे.

09:13 January 27

दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर सुरक्षाबल तैनात

दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर सुरक्षाबल तैनात

09:11 January 27

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि गाजीपुर मंडी, NH-9 और NH-24 के मार्ग को बंद कर दिया है, लेकिन दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाला रास्ता कड़कड़ी मोड़, शाहदरा और DND का प्रयोग कर सकते है.

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने बताया कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं. जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार बंद हैं.

07:51 January 27

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन जारी

नई दिल्ली : ट्रैक्टर परेड जिसका मकसद किसानों की मांगों को रेखांकित करना था, वह मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर अराजक हो गई. हजारों की संख्या में उग्र प्रदर्शनकारी किसान अवरोधक तोड़ते हुए लाल किला पहुंच गए और उसकी प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया जहां भारत का तिरंगा फहराया जाता है. गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर देश की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया जाता है. हालांकि इस बार ट्रैक्टरों, मोटरसाइकिलों और कुछ घोड़ों पर सवार किसान उस समय से कम से कम दो घंटे पहले बेरिकेड तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए जिसकी अनुमति प्राधिकारियों द्वारा दी गई थी. शहर में कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई जिस दौरान लोहे और कंक्रीट के बैरियर तोड़ दिये गए और वाहनों को पलट दिया गया.

दिल्ली के कुछ हिस्से संघर्षक्षेत्र की तरह दिख रहे थे, आईटीओ में गुस्साये प्रदर्शनकारी एक कार को क्षतिग्रस्त करते दिखे. सड़कों पर ईंट और पत्थर बिखरे पड़े थे. यह इस बात का गवाह था कि जो किसान आंदोलन दो महीने से शांतिपूर्ण चल रहा था अब वह शांतिपूर्ण नहीं रहा. शहर में अन्य स्थानों पर भी तनाव देखा गया.

पुलिसकर्मी घायल
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कई स्थानों पर झड़पें हुईं जिससे अराजकता की स्थिति उत्पन्न हुई. इस दौरान पूरे दिन हिंसा हुई. इस दौरान घायल होने वाले किसानों की वास्तविक संख्या की जानकारी नहीं है लेकिन दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उनके 300 से अधिक कर्मी घायल हो गए. इनमें से 41 पुलिसकर्मी लाल किले पर घायल हुए.

एक प्रदर्शनकारी की मौत
आईटीओ के पास एक प्रदर्शनकारी की तब मौत हो गई जब उसका ट्रैक्टर पलट गया. आईटीओ झड़प वाले प्रमुख स्थानों में से एक रहा.

लाल किले पहुंचे प्रदर्शनकारी
राजपथ और लालकिले पर दो बिल्कुल अलग-अलग चीजें देखने को मिली. राजपथ पर जहां एक ओर भारतीयों ने गणतंत्र दिवस पर देश की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन देखा. वहीं प्रदर्शनकारी तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर मुगलकालीन लाल किला पहुंच गए जो स्वतंत्रता दिवस समारोह का मुख्य स्थल है.

किसानों ने किया शर्तों का उल्लंघन
पुलिस ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने उन शर्तों का उल्लंघन किया जिस पर उनकी ट्रैक्टर परेड को लेकर सहमति बनी थी.

अर्धसैनिक बलों की तैनाती
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि तनाव के कारण अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा. तैनात किये जाने वाले अतिरिक्त बलों की सही संख्या तुरंत ज्ञात नहीं है, लेकिन अधिकारियों के अनुसार यह लगभग 1,500 से 2,000 कर्मियों (लगभग 15 से 20 कंपनियां) हो सकती है.

इंटरनेट सेवा बंद
हिंसा पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से मंत्रालय ने सिंघू, गाजीपुर और टीकरी और उनके आसपास के इलाकों सहित दिल्ली के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं को मंगलवार दोपहर से 12 घंटे के लिए अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला किया.

लाल किले में उत्पात
इस दौरान सड़कों पर अभूतपूर्व दृश्य देखने को मिले. इनमें से सबसे अभूतपूर्व दृश्य लालकिले पर दिखा जहां प्रदर्शनकारी उस ध्वज-स्तंभ पर चढ़ गए और वहां सिख धर्म का झंडा ‘निशान साहिब’ लगा दिया जहां भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान तिरंगा फहराया जाता है.

जिम्मेदारी से पीछे हटे किसान नेता
वहीं, कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी की सीमा पर विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई करने वाले किसान नेताओं ने उन प्रदर्शनों से खुद को अलग कर लिया जिसने ऐसा अप्रत्याशित मोड़ ले लिया जिससे उनके आंदोलन को अब तक मिली लोगों की सहानुभूति के छिनने का खतरा उत्पन्न हो गया है. 41 किसान यूनियनों के निकाय संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोप लगाया कि कुछ 'असामाजिक तत्व' उनके आंदोलन में घुस गए जो अभी तक शांतिपूर्ण था.

योगेंद्र यादव ने ली जिम्मेदारी
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि उन्हें 'शर्म आती है.' उन्होंने एक टेलीविजन चैनल से कहा, 'विरोध का हिस्सा होने के नाते, मुझे लगता है कि जिस तरह से चीजें आगे बढ़ीं, उससे मुझे शर्म आती है और मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं.'

पुलिस पर हमला
कुछ वीडियो में गुस्साई भीड़ दिखाई दी, जो लाठी और डंडों से लैस थी. ये लोग पुलिसकर्मियों को दौड़ा रहे थे जो कम संख्या में थे.आईटीओ पर सैकड़ों किसान पुलिसकर्मियों को लाठियां लेकर दौड़ाते और खड़ी बसों को अपने ट्रैक्टरों से टक्कर मारते दिखे.  

Last Updated : Jan 27, 2021, 11:10 PM IST

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