नई दिल्ली : गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप आम आदमी पार्टी के स्थानीय पार्षद ताहिर हुसैन पर लग रहा है. परिवार का आरोप है कि अंकित की हत्या में स्थानीय पार्षद और उसके साथियों का हाथ है. हालांकि, 'आप' पार्षद ताहिर ने खुद को बेकसूर बताया है. आम आदमी पार्टी भी इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर रही है.
अंकित के भाई अंकुर ने बताया कि उनकी कॉलोनी की कुछ महिलाओं ने सुबह उन्हें बताया कि उन्होंने लोगों को उनके भाई को नाले में फेंकते हुए देखा था. अंकुर ने दावा किया, 'जब लोगों ने महिलाओं को देख लिया तो उन्होंने धमकी दी कि अगर इस बारे में किसी को कुछ बताया तो नतीजा गंभीर होगा. उसे नाले में फेंके जाने से पहले कई बार चाकू मारा गया.'
अंकित के पिता रविंदर शर्मा ने कहा कि वह मंगलवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे घर लौटा था और कुछ ही देर बाद बाहर हालात का जायजा लेने के लिए निकल गया. हालांकि वह कई घंटे तक नहीं लौटा.
उन्होंने बताया, 'जब वह नहीं लौटा तो हमने उसकी तलाश शुरू की. हम जीटीबी और एलएनजेपी (लोकनायक जयप्रकाश) अस्पताल भी यह पता लगाने गए कि कहीं वह वहां भर्ती तो नहीं है, लेकिन उसका पता नहीं चला.'
रविंदर ने कहा, 'हम बुधवार तड़के तीन बजे तक उसे तलाशते रहे. बाद में पूर्वाह्न करीब 10 बजे हमें सूचना मिली कि उसका शव चांद बाग नाले में है. हमने कभी नहीं सोचा था कि उसकी जान ले ली जाएगी.'
आईबी सिपाही अंकित शर्मा की हत्या को लेकर आम आदमी पार्टी के पार्षद हाजी ताहिर हुसैन ने वीडियो जारी किया है. उन्होंने कहा, 'जो भी खबर मेरे बारे में चलाई जा रही है, वो गलत है. गंदी राजनीति के कारण मुझे घसीटा जा रहा है. कपिल मिश्रा के भाषण के बाद से हालात बिगड़े हुए हैं. भीड़ ऑफिस का गेट तोड़कर अंदर घुस गई थी, मैंने पुलिस से मदद मांगी, फिर पुलिस आई और हमें सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा.'
आप पार्षद ने वीडियो जारी किया बता दें, अंकित शर्मा उत्तर पूर्व दिल्ली के दंगाग्रस्त चांद बाग इलाके में बुधवार को एक नाले में मृत मिले थे. वह इसी इलाके में रहते थे. अधिकारियों ने बताया कि 26 वर्षीय अंकित मंगलवार से लापता थे और आशंका है कि उनकी जान पथराव में गयी. शर्मा का शव पोस्टमार्टम के लिए गुरु तेगबहादुर अस्पताल ले जाया गया था.