दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

सेना के अधिकारियों के नाम पर बने फर्जी अकाउंट बंद

सेना के अधिकारियों के नाम पर बने फेक अकाउंट को बंद कर दिया गया है. इन अकाउंट से फेक खबरे फैलाई जा रही थी.

कर्नल अमन (फाइल फोटो)

By

Published : Sep 20, 2019, 12:03 AM IST

Updated : Oct 1, 2019, 6:58 AM IST

नई दिल्ली: सेना ने करीब 200 ऐसे फेक ट्विटर एकाउंट का पता लगाया है जिन्हें पाकिस्तान द्वारा जम्मू कश्मीर पर प्रोपगैंडा फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. सेना ने इसकी शिकायत ट्विटर से की, जिसके बाद 60 फीसदी एकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया है.

सेना के सूत्र बताते है कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से पाकिस्तान द्वारा घाटी में माहौल खराब करने के लिए फेक एकाउंट बनाये गए है जिसमे सेना प्रमुख बिपिन रावत व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की प्रोफाइल शामिल है.

जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता

सेना के जनसंपर्क अधिकारी कर्नल अमन आंनद ने बताया कि सोशल मीडिया पर सेना को अधिकारियों के नाम से फेक अकाउंट बनाकर अनुच्छेद 370 को लेकर इन अकाउंट से फेक खबरें फैलाई जा रही थीं और लोगों को भड़काया जा रहा था.

उन्होंने कहा कि हमने कुछ नकली सोशल मीडिया हैंडल देखे हैं, विशेष रूप से सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के नामों पर.

इस मामले पर उन्होंने संबंधित एजेंसियों के सामने यह मामला उठाया. जिसके बाद इन अकाउंट को हटा दिया गया है. कोल ने बताया कि इस तरह के हैंडल की निगरानी हमेशा सभी एजेंसियों द्वारा की जाती है.

जब भी सेना को इस तरह के हैंडल मिलते हैं, हम इस मामले की रिपोर्ट संबंधित एजेंसियों को देते हैं. इसके बाद, वे उन्हें बंद कर देते हैं.

सेना के अधिकारी मानते है कि ये एकाउंट पाकिस्तान के हवाले से चलाए जा रहे हैं और जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद इनमे और ज़्यादा बढ़ोत्तरी हुई है, पिछले महीने से ऐसे एकाउंट में 70 फीसदी का इजाफा हुआ है.

पढ़ें- जम्मू-कश्मीर पर भारत-पाक के बीच बातचीत जरूरी : UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस

अगर ऐसे फेक एकाउंट की बात करे तो इसमें में सेना के विभिन्न रैंक के अधिकारी शामिल हैं जैसे पूर्व उप सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबु, लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित जो कि मालेगांव ब्लास्ट केस में आरोपी है. सभी फेक एकाउंट में अधिकारी अपनी यूनिफॉर्म में नजर आ रहे हैं और अपनी प्रोफाइल से राष्ट्रविरोधी कंटेंट शेयर कर रहे है.

Last Updated : Oct 1, 2019, 6:58 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details