नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मंगलवार को व्यापक बातचीत होगी और इस दौरान दोनों नेताओं का उद्देश्य भारत..अमेरिका वैश्विक साझेदारी को विस्तार देना होगा. दोनों नेताओं ने सोमवार को एकदूसरे की प्रशंसा की और दोनों लोकतांत्रिक देशों के लोगों के लिए एक बेहतर भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता जताई.
अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में आयोजित नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा की कि तीन अरब डॉलर कीमत के अत्याधुनिक सैन्य हेलीकाप्टर और अन्य उपकरणों के लिए मंगलवार को समझौते किये जाएंगे.
ट्रंप के साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, पुत्री इवांका, दामाद जारेड कुश्नर और उनके प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी आये हुए हैं. ट्रंप करीब 36 घंटे की भारत यात्रा के लिए सोमवार दोपहर में अहमदाबाद पहुंचे.
ट्रंप के सम्मान में विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा स्टेडियम में नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में जब ट्रंप को संबोधन के लिए बुलाया तो हजारों लोगों की भीड़ ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
ट्रंप ने कहा, 'हम आपसे प्यार करते हैं. भारत हम आपको बहुत प्यार करते हैं. ट्रंप ने अपने 27 मिनट के भाषण में मोदी की प्रशंसा की और विविध क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों की चर्चा की.
उन्होंने दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक संबंधों के बारे में कहा कि अमेरिका भारत को दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ और कुछ शानदार सैन्य उपकरण उपलब्ध कराने को लेकर उत्सुक है.
ट्रंप ने कहा, 'हम अब तक के कुछ महान उपकरण बनाते हैं: विमान, मिसाइलें, रॉकेट, पोत. हम सर्वश्रेष्ठ बनाते हैं. हम अब भारत के साथ सौदा कर रहे हैं. यद्यपि इसमें उन्नत वायु रक्षा प्रणाली और सशस्त्र और बिना शस्त्र वाले एरियल व्हीकल शामिल हैं.'
ट्रंप द्वारा उल्लेखित सौदे में भारत द्वारा अमेरिका से 24 एमएच.60 रोमियो हेलीकाप्टर की 2.6 अरब अमेरिकी डालर में खरीद शामिल है. इसके अलावा एक अन्य सौदा छह एएच..64 ई अपाचे हेलीकाप्टर को लेकर है जो अमेरिका से 80 करोड़ डालर का होगा.
ट्रंप ने कहा, 'मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमारे प्रतिनिधि कल तीन अरब अमेरिकी डालर कीमत के सौदों पर हस्ताक्षर करेंगे जो भारतीय सैन्य बलों के लिए सबसे अच्छा, अत्याधुनिक सैन्य हेलीकॉप्टर और अन्य उपकरण का होगा.'
मोदी और ट्रंप के बीच मंगलवार को होने वाली यह वार्ता इस क्षेत्र और इससे इतर भू राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर भारत और अमेरिका के बीच हितों की बढ़ती एकरूपता का स्पष्ट संदेश देगी, खासतौर पर तब जब चीन अपने सैन्य और आर्थिक दायरे को बढ़ा रहा है.
हालांकि इस वार्ता से व्यापार शुल्क जैसे मुद्दों के हल के वास्ते परिणाम उत्पन्न होने की संभावना नहीं है.
भारतीय और अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार ट्रंप और मोदी के बीच होने वाली वार्ता में दोनों नेताओं द्वारा विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किये जाने की उम्मीद है. इनमें व्यापार और निवेश, रक्षा एवं प्रतिरक्षा, धार्मिक स्वतंत्रता, अफगानिस्तान में तालिबान के साथ प्रस्तावित शांति समझौता तथा हिंद प्रशांत क्षेत्र में स्थिति, शामिल होने की उम्मीद है.
गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि ट्रंप की यात्रा के दौरान बौद्धिक सम्पदा अधिकार के क्षेत्रों में सहयोग, व्यापार सुगमता और गृह सुरक्षा से संबंधित पांच समझौतों को अंतिम रूप दिये जाने की उम्मीद है.