नई दिल्ली/गाजियाबाद :मुरादनगर के श्मशान घाट हादसे मामले में 14 साल के बच्चे की बहादुरी की चर्चा सभी जगह हो रही है. नौवीं कक्षा में पढ़ने वाला अंश भी उसी हादसे का शिकार हुआ था. हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी. अंश भी मलबे के नीचे दब गया था. जब होश आया तो किसी तरह से उसने अपने भाई को फोन किया और बताया कि भाई 'मैं मलबे के नीचे फसा हुआ हूं, मुझे बचा लो'. अंश से ईटीवी भारत ने विशेष बातचीत की.
सेना में जाना चाहते हैं अंश
अंश ने बताया कि जब काफी देर हो गई तो उन्होंने आगे भी खुद को बचाने की कोशिश जारी रखी. पास में अंश के एक रिश्तेदार थे. अंश रिश्तेदार को उठाने की कोशिश की लेकिन उनके मुंह से बहता हुआ खून देखकर अंश समझ गया कि रिश्तेदार अब इस दुनिया में नहीं रहे.