शिमला: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से पहाड़ी राज्य हिमाचल भी अछूता नहीं है. इस बीच प्रदेश के हालात को लेकर सीएम जयराम ठाकुर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस से निपटने के उपाय, लॉकडाउन, बच्चों की शिक्षा, गरीबों के भोजन और जरूरी सामान की व्यवस्था पर विस्तृत जानकारी दी.
सवाल: पर्यटन राज्य हिमाचल में सरकार ने लॉकडाउन कर कोरोना को रोकने के लिए कैसे सफलता पाई है ?
सीएम जयराम: हिमाचल प्रदेश टूरिज्म स्टेट है. पर्यटन को बड़ा नुकसान हुआ, लेकिन लोगों की जिंदगियां महत्वपूर्ण थी. ऐसे में लॉकडाउन में पर्यटकों का आना जाना बंद किया. इससे नुकसान तो हुआ है, लेकिन इस परिस्थिति में यही करना सही था.
सवाल: बाकी राज्यों के मुकाबले हिमाचल कैसे लड़ रहा है. दूसरे राज्यों को आप क्या संदेश देंगे ?
सीएम जयराम: बाकी राज्यों की तुलना में हिमाचल बेहतर है. हिमाचल में अभी तक 39 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि दिल्ली में मरकज से लौटे 24 जमाती पॉजिटिव पाए गए हैं. मरकज से लौटे सभी जमातियों की जांच की जा रही है. रिपोर्ट के आधार पर समय पर कार्रवाई की जाएगी. हमने कर्फ्यू लगाया है. कर्फ्यू बहुत सख्ती से लागू हुआ है. इसका परिणाम ये हुआ है कि बाकी राज्यों की तुलना में हिमाचल में कोरोना मरीजों के मामले कम आ रहे हैं.
ईटीवी भारत के साथ जयराम ठाकुर की खास बातचीत सवाल: 20 अप्रैल को लॉकडाउन का पीएम मोदी रिव्यू करेंगे. क्या कुछ सेक्टर को खोलने पर सहमति बन सकती है ?
सीएम जयराम: हिमाचल प्रदेश में अभी तक कर्फ्यू ही लगाया गया है. केंद्र की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा. हिमाचल के हित में क्या करना उचित रहेगा. सभी सेक्टर में ढील देना संभव नहीं हो पाएगा. हिमाचल के हित में क्या चीज काम करेगी. हिमाचल में अभी भी हर रोज 1-2 मामले आ रहे हैं, लेकिन जब हम लॉकडाउन से बाहर आएं तो हिमाचल से कोरोना पूरी तरह से खत्म होना चाहिए.
सवाल: हिमाचल फर्मा सेक्टर में काफी अग्रिणी रहा है. हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की प्रोडक्शन की संभावना काफी ज्यादा है ?
सीएम जयराम: हिमाचल प्रदेश फर्मा का हब है. पूरे एशिया का नंबर वन फर्मा सेक्टर हिमाचल प्रदेश में है. इसमे हम पहले से ही काम कर रहे हैं. फार्मा कंपनियां एसेंशियल सर्विसेस में आती हैं. मेडिसन प्रोडक्शन में किसी तरह की कमी न हो इसके लिए जरूरी दवाइयों के उत्पादन में हमने विशेष छूट दी है. देशभर और देश के बाहर भेजी जाने वाली दवाइयों के उत्पादन में हमने विशेष छूट दी है.
सवाल: चीन से टेस्टिंग के किट मंगवाए गए हैं. हिमाचल के हिस्से में कितने आएगा ?
सीएम जयराम: रेपिड टेस्ट के लिए चीन से मंगवाई किट में से केंद्र ने हिमाचल को 5 हजार किट उपलब्ध करवाई गई है. पीपीई किट पहले चीन से आती थी. बड़ी संख्या में चीन ही ये किट सप्लाई करता था. चीन में लॉकडाउन होने के बाद देशभर से मांग आने पर अलग-अलग कंपनियों ने पीपीई किट बनाने की शुरूआत की. हिमाचल प्रदेश में भी हमने इस किट को अलग-अलग कंपनियों से प्रीक्योर किया है. आज हिमाचल में किसी भी चीज की कमी नहीं है, लेकिन रैपिड टेस्ट किट का हिमाचल को लाभ मिलेगा. हम जल्दी टेस्ट कर पाएंगे.
सवाल: बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. पिछले 25 दिनों से बच्चे पढ़ नहीं पा रहे हैं. ऑनलाइन शिक्षा का किस तरहे से इंप्लीमेंटेशन किया जा रहा है ?
सीएम जयराम: देशभर में कोरोना फैलने के बाद हमे सबसे पहले शिक्षण संस्थान ही बंद करने पड़े. बच्चों की पढ़ाई का बहुत सारा समय बरबाद हो रहा है. इसकी हमे चिंता थी तो हमने हिमाचल में दूरदर्शन शिमला के माध्यम से एक स्लॉट (सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे) का निर्धारण किया है. शिक्षा विभाग के बनाए गए शेड्यूल के मुताबिक हम बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. तकनीक के माध्यम से भी स्कूल के बच्चों को शिक्षा देने की कोशिश कर रहे हैं. इस प्रक्रिया में भी हम काफी हद तक कामयाब हुए हैं.
सवाल: हिमाचल में काफी संख्या में बाहरी राज्यों के मजदूर फंसे हुए हैं. उनकी देखभाल कैसे की जा रही है. देशभर में फंसे हुए मजदूरों की चिंता की जा रही है ?
सीएम जयराम: पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है. हिमाचल प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है. हम सब लोग तैयारी कर रहे हैं. पीएम मोदी इस समय पूरी दुनिया का मार्गदर्शन कर रहे हैं. ये हमारे लिए बहुत बड़ी ताकत है. इस लड़ाई में आगे बढ़ने के लिए इससे हमारा हौसला बढ़ा है.
सवाल: हिमाचल के बहुत से बच्चे यूक्रेन, रशिया समेत दूसरे देशों में पढ़ाई कर रहे हैं. क्या सरकार इनके संपर्क में है ?
सीएम जयराम: हिमाचल से बाहर पढ़ाई करने वाले अधिकतर बच्चे वापस आ चुके हैं, लेकिन बहुत सारे बच्चे अभी भी दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए हैं. उनसे हमने निवेदन किया है कि आप जहां हो, वहीं पढ़ाई करो. जहां है...वहीं रहें. थोड़ी कठिनाई जरूर है, लेकिन सही ये रहेगा की वहीं बैठ कर समय निकाले. विदेश में भी फंसे हुए बच्चों से भी हमने यही निवेदन किया है.
यूक्रेन में हिमाचल के बहुत से बच्चे रह रहे हैं. हमने दूतावास और केंद्र सरकार को इस बारे में अवगत करवाया है. केंद्र सरकार ने इस मामले को यूक्रेन की सरकार के साथ उठाया है. मुझे आशा है कि सभी बच्चे सुरक्षित होंगे. सभी बच्चे पढ़ाई कर रहे होंगे. मैं उम्मीद करता हूं कि ये कठिन वक्त है निकल जाएगा.
सवाल: बीपीएल परिवारों को क्या समय पर दवाई, राशन समेत जरूरी चीजें मिल पा रही हैं ?
सीएम जयराम: हम किसी को भूखा सोने नहीं दे रहे हैं. सबको राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है. दूसरे प्रदेशों से आए लोगों का भी हिमाचल के विकास में उनका भी योगदान है. जहां-जहां भी ये लोग है इनके लिए मदद पहुंचाई जा रही है. जहां राशन नहीं पहुंच पा रहा है, बहां पैक्ड फूड के रूप में मदद पहुंचाई जा रही है. हिमाचल प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं सोता है. सरकार की ओर सारी व्यवस्थाएं की गई है.
सवाल: ईटीवी भारत के जरिए हिमाचल की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं ?
सीएम जयराम:जिस दौर से हम गुजर रहे हैं उसके बारे में सभी को पता है. आज सभी को पीएम मोदी के निवेदन को अपनाने देने की जरूरत है. 3 मई तक लॉकडाउन को सहयोग दें. जहां हैं...वहीं बने रहें. चाहे प्रदेश के अंदर हैं या प्रदेश के बाहर हैं. प्रदेश के अंदर हैं तो घर पर अपने परिवार के साथ रहें. जब हालात सामान्य होंगे तब आप हिमाचल आएं आपका स्वागत है. सभी के सहयोग से हम प्रदेश को आगे ले जाएंगे. कठिनाई के इस दौर का हम सब मिलकर मुकाबला करना है.