श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि यूटी प्रशासन पुलिस दुरुपयोग कर गुपकार गठबंधन के विजयी उम्मीदवारों पर 'जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी' में शामिल होने का दबाव बना रहा है.
श्रीनगर में अपने आवास पर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा डीडीसी चुनावों पर दावा करते हैं कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की जीत हुई है, लेकिन दूसरी ओर लोकतंत्र को बदनाम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि शोपियां जिले में कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के कुछ विजेताओं को श्रीनगर लाया गया और उन पर अपनी पार्टी में शामिल हो जाने का दवाब डाल गया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने दावे की पुष्टि के लिए एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी चलाई, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस की एक विजयी उम्मीदवार के पति से वादा किया जाता है कि यदि उसकी पत्नी अल्ताफ बुखारी की पार्टी में शामिल हो जाती है तो उसके भाई को तीन दिन के अंदर रिहा कर दिया जाएगा.
'भाजपा को डीडीसी चुनाव के जनादेश स्वीकार करना चाहिए'
उमर ने कहा कि भाजपा, अपनी पार्टी और जम्मू कश्मीर प्रशासन को गुपकार घोषणापत्र जनगठबंधन (पीएजीडी) के पक्ष में जनादेश को स्वीकार करना चाहिए.