नई दिल्ली : सावन की तीसरी सोमवारी को अमरनाथ गुफा में शाम की आरती पूरे विधि-विधान से की गई. इस दौरान सुरक्षाबलों के अलावा गुफा में अनुष्ठान करने वाले पुरोहित व अन्य लोग भी मौजूद रहे. गुफा में मौजूद लोगों में सुरक्षाबलों की प्रधानता रही.
दरअसल, इस वर्ष कोरोना महामारी की इस अवधि में बड़ी संख्या में लोगों के जमावड़े को रोकने के लिए सरकार ने कई तरीके की पाबंदियां लगाई हैं. जिसे देखते हुए सार्वजनिक स्थानों और बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की जगहों पर जरूरी एहतियात बरते जा रहे हैं.
गौरतलब है कि अमरनाथ गुफा में भगवान शिव हिमलिंग के रूप में विराजमान हैं. हर साल की भांति इस वर्ष की यह ऐतिहासिक तीर्थयात्रा भी कोरोना से प्रभावित हुई है. सावन के महीने में शिव की आराधना को लेकर भी लोगों की विशेष आस्था होती है. ऐसे में यात्रा को पूरी तरह स्थगित नहीं किया गया है. लोगों को जरूरी प्रमाण पत्र के साथ सीमित संख्या में यात्रा की अनुमति दी गई है.
हिंदी कैलेंडर में सावन का महीना आमतौर से जुलाई-अगस्त में आता है. इस कालखंड में मॉनसून की बारिश और वर्षा ऋतु अपने सर्वश्रेष्ठ रूप में होती है. इस अवधि में श्रद्धालु भगवान शिव की उपासना भी करते हैं. हालांकि, इस वर्ष महामारी की चपेट में आने के कारण उपासना पद्धति में भी कई बदलाव देखे जा रहे हैं.