श्रीनगर: लेफ्टिनेंट जनरल केजे एस ढिल्लन ने कहा है कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भी सुरक्षा बलों ने घाटी में जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई जारी रखी है. उन्होंने कहा कि कार्रवाई से ऐसी स्थिति बन गई है कि कोई भी इस संगठन का नेतृत्व लेने के लिए इच्छुक नहीं है.
बुधवार को लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह और सीआरपीएफ महानिरीक्षक जुल्फिकार हसन ने प्रेस वार्ता की. श्रीनगर के पुलिस नियंत्रण कक्ष में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया गया कि '41 आतंकवादी मारे गए. इनमें से 25 जैश-ए-मोहम्मद के थे. 13 विदेशी आतंकवादी थे - पाकिस्तानी एवं श्रेणी ए और उससे ऊपर के.'
ढिल्लन ने जम्मू-कश्मीर के हाजिन में 13 साल के मासूम की हत्या का भी जिक्र किया. उन्होंने कश्मीर की जनता से अपील करते हुए कहा कि उन्हें आतंकियों से इस पर सवाल करना चाहिए. उन्हें पूछना चाहिए कि क्या यही जिहाद है, या ये जहालत है.