नई दिल्ली : डीएफसीसी (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) पर रेल सेवा शुरू होने के बाद ट्रेनों के परिचालन समय में सुधार होने जा रहा है. इससे देश की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण दोनों को लाभ मिलेगा. जिन सामानों को सड़क मार्ग से कहीं पहुंचाने में 12 से 15 घंटे लगते हैं. वहीं डीएफसीसी पर परिचालन शुरू होने के बाद उसे आधे समय में पहुंचाया जा सकता है.
दूसरी बड़ी राहत पर्यावरण को मिलने वाली है. क्योंकि मालगाड़ी के एक रेक में 1300 ट्रक के बराबर सामानों को लोड किया जा सकता है. इससे वायु प्रदूषण से राहत मिलेगी जिससे अभी पूरी दुनिया सबसे ज्यादा जूझ रही है. ऐसे ही तमाम मुद्दों पर विस्तृत जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने डीएफसीसी के जीएम ऑपरेशन वेद प्रकाश से बातचीत की.
डीएफसीसी के जीएम वेद प्रकाश का कहना है कि डीएफसीसी के कुछ रेलखंडों पर मालगाड़ियों का परिचालन शुरू हो चुका है. बाकी बचे रेलखंड पर निर्माण कार्य पूरा होने के बाद रेल सेवा पूरी तरह से शुरू की है जिसमे करीब चार साल का वक्त लगेगा.
अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती
वेद प्रकाश ने कहा कि देश के चारों महानगर यानि दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता को इससे जोड़ा जा रहा है. इससे सामानों को एक से दूसरी जगह तक पहुंचाने में काफी सहायता मिलेगी. अभी एक ही ट्रैक पर पैसेंजर और मालगाड़ियां दोनों का परिचालन होता है. लेकिन डीएफसीसी के बन जाने के बाद जब मालगड़ियों के लिए अलग से ट्रैक मिल जाएगा तो माल ढुलाई का व्यापार इधर बढ़ेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. अभी तक के अनुमान मुताबिक करीब 58 प्रतिशत राजस्व इसी से आने लगेगा.