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अर्थव्यवस्था में तेजी से होगा सुधार, 2021-22 में 11.5% की वृद्धि का अनुमान

इकोनॉमिक सर्वे
इकोनॉमिक सर्वे

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Published : Jan 29, 2021, 3:09 PM IST

Updated : Jan 29, 2021, 5:36 PM IST

17:30 January 29

भारत ने पहली बार शीर्ष 50 इनोवेटिव अर्थव्यवस्थाओं में किया प्रवेश

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान और इसके सुचारू क्रियान्वयन को देखते हुए, आर्थिक सर्वेक्षण स्वास्थ्य और आर्थिक दोनों मोर्चों पर आशावादी है.

उन्होंने कहा कि भारत में विकास के स्तर पर सकारात्मक दृष्टिकोण है. भारत ने पहली बार इस साल शीर्ष 50 इनोवेटिव  अर्थव्यवस्थाओं में प्रवेश किया है.

16:56 January 29

भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग जमीनी हक़ीकत से बहुत दूर : सुब्रमण्यन

सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग पर मुख्य आर्थिक सलाहकार की टिप्पणी

मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा कि उद्योग जगत में 9.6 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र में 8.8 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है. उन्होंने कहा कि अगले दो साल में भारत फिर से विश्व का सबसे तेज रफ़्तार अर्थव्यवस्था वाला देश होगा.

16:40 January 29

हेल्थकेयर क्षेत्र में असमानता

हेल्थकेयर क्षेत्र में असमानता

आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, जिन राज्यों ने आयुष्मान भारत आयोजना अपनाई, वहां कोरोना महामारी के दौरान बेहतर नतीजे आए. सर्वेक्षण के मुताबिक, भारत में सरकारी अस्पतालों की तुलना में निजी अस्पताल में समान बीमारी के लिए अधिक पैसे वसूल करते हैं.

16:33 January 29

अप्रैल से सितंबर के बीच औसत महंगाई दर 6.6 प्रतिशत पर

औसत महंगाई दर

16:30 January 29

लॉकडाउन का सकारात्मक असर रहा

सर्वेक्षण के मुताबिक, 2020-21 में चालू खाता घाटा दो प्रतिशत पर है, जो 17 सालों में सबसे ऊंचा करंट अकाउंट सरप्लस है.

16:00 January 29

आर्थिक सर्वेक्षण पर जानकारी दे रहे मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन

मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन का बयान

मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी -7.7 प्रतिशत रहेगी. इसके बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में वी-शेप की रिकवरी होगी. आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 11.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है.

उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में 6.8 प्रतिशत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर रहेगी.

आर्थिक सर्वेक्षण के प्रमुख बिंदु :

  • अप्रैल से सितंबर के बीच औसत महंगाई दर 6.6 प्रतिशत पर
  • वाणिज्यिक बैंकों का एनपीए सुधार की ओर, 7.49 प्रतिशत पर
  • 2020-21 में खेती-बाड़ी की रफ्तार 3.4 प्रतिशत रहने की उम्मीद
  • उद्योग जगत में 9.6 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र में 8.8 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान
  • देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 महीने के आयात के लिए पर्याप्त
  • दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की क्रेडिट रेटिंग व्यावहारिक नहीं
  • भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग जमीनी हकीकत से बहुत दूर

16:00 January 29

तेजी से रिकवरी कर रही देश की अर्थव्यवस्था

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था गिरावट के बाद तेजी से रिकवरी की ओर बढ़ रही है. वित्त वर्ष 2020-21 के लिए  

15:30 January 29

भारतीय अर्थव्यवस्था

मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा कि इस साल का आर्थिक सर्वेक्षण उन सभी कोरोना वॉरियर्स को समर्पित है, जिन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों की जानों को बचाने के लिए कड़ी मेहनत की.

उन्होंने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 के लिए आधिकारिक एप को लॉन्च किया गया है. यह देश का पहला डिजिटल आर्थिक सर्वेक्षण है.

उन्होंने कहा कि कोरोना में भारत ने आर्थिक मूल्यों से ज्यादा मानवीय मूल्यों को तरजीह दी.  

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा है कि भारत ने कोरोना वायरस के दूसरे चरण को फैलने से रोकने में कामयाबी हासिल की.

उन्होंने कहा कि उच्च अनिश्चितता के दौरान, नीति को बड़े नुकसान को कम करना चाहिए. कोविड-19 के लिए भारत की नीति प्रतिक्रिया को इसी बोध के साथ निर्देशित किया गया था कि जीडीपी वृद्धि वापस आएगी, लेकिन मानव जीवन नहीं खोया. शुरुआती सख्त लॉकडाउन ने लोगों की जान बचाई और तेजी से रिकवरी में मदद की.

उन्होंने कहा कि भारत 37 लाख कोरोना मामलों को टालने में कामयाब रहा और कोरोना से एक लाख से अधिक मौतों को रोकने में कामयाबी मिली.

14:46 January 29

इकोनॉमिक सर्वे 2021

पहला डिजिटल आर्थिक सर्वेक्षण

नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद के दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 पेश किया. सर्वेक्षण में वित्त वर्ष 2021 के लिए वास्तविक विकास दर -7.7 प्रतिशत रहने की संभावना जताई गई है. यह सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों पर आधारित हैं.

वहीं, वित्त वर्ष 2022 के लिए वास्तविक विकास दर को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुमानों के आधार पर 11.5 प्रतिशत माना गया है.

वित्त वर्ष 2020-21 में गिरावट मुख्य रूप से वैश्विक कोरोना वायरस महामारी और देशव्यापी लॉकडाउन के चलते हुई वाली क्षति के कारण हुई.

केंद्रीय बजट से दो दिन पहले जारी किए गए आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़े भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्वानुमानों के अनुरूप हैं. आरबीआई ने कहा था कि उसे 31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष (2020-21) में देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) -7.5 प्रतिशत तक गिरने की उम्मीद है.

आईएमएफ ने भी हाल ही में 2020-21 में भारत की आर्थिक विकास दर में -8.0 प्रतिशत रहने की संभावना जताई है.

Last Updated : Jan 29, 2021, 5:36 PM IST

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