नई दिल्ली: मतदाताओं को अवैध तरीके से वितरित की जाने वाली सामग्री की धरपकड़ के लिये चुनाव आयोग ने देशव्यापी अभियान चलाया है.अभियान के तहत जब्त की जा रही सामग्री के विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि उम्मीदवार चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए अलग-अलग तरह की वस्तुएं वितरित कर रहे हैं.
जहां बड़े शहरों में युवाओं को लुभाने के लिए मोबाइल फोन और घड़ी (स्मार्ट वॉच) जैसे गैजेट्स पर जोर दे रहे हैं तो वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को लुभाने के लिए चांदी की पायल एवं अन्य प्रचलित जेवरात दिए जा रहे हैं.
आयोग की इस मुहिम से कुछ चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं. चुनाव के लिए अब तक हो चुके मतदान के पांच चरण में, अवैध तरीके से वितरित होने वाली सामग्री, पिछले चुनाव की तुलना में करीब तीन गुना अधिक हैं.
साथ ही जब्त की गयी नकदी, शराब और नशीले पदार्थेां की मात्रा में भी 2014 की तुलना में तीन गुना तक इजाफा हुआ है.
आयोग द्वारा अब तक पकड़ी गई सामग्री की कीमत करीब 3400 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. पिछले लोकसभा चुनाव में यह आंकड़ा 1200 करोड़ रुपये था.
जब्ती अभियान से जुड़े, आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सहित देश के अन्य महानगरों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खासकर स्मार्टफोन, भारी संख्या में जब्त हुए हैं.
वहीं छोटे शहरों और कस्बों में घड़ी, वाईफाई इंटरनेट डिवाइस, हैंड ग्रांइंडर, मिक्सर और जूसर जैसे उपकरण भी शामिल हैं.
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