नई दिल्ली : भारतीय वैज्ञानिकों के साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय कोविड-19 पर गंभीर चिंता व्यक्त कर रहे हैं. इनमें कोविड-19 से पीड़ित मरीज शामिल हैं जिन्हें इसके कारण सीने में दर्द, फेफड़ों में संक्रमण सहित अन्य कई समस्याओं की शिकायत हैं. इस समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने मेडीयर अस्पताल में आपातकालीन चिकित्सा के प्रमुख और एशियान सोसोइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ तामोरिश कोने से विशेष बातचीत की. जिसमें उन्होंने स्वीकार किया सह-रुग्णता वाले लोगों को कोविड होने का ज्यादा खतरा है.
उन्होंने बताया कि जो लोग कोविड-19 के संक्रमण से ठीक हो गए थे, वह फिर से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में आ गए. जिसमें सांस की तकलीफ वाले मरीज शामिल थे. उन्होंने अनुभव की कोविड-19 के कारण होने वाली फेफड़े की फाइब्रोसिस इस तरह की समस्या पैदा करती है. उन्होंने बताया कि जो मरीज मधुमेह के कारण इंसुलिन-आश्रित हैं और कोविड-19 से ठीक होकर घर जा चुके हैं. उनका शुगर लेवल ऊपर नीचे होता रहेगा. जिसके कारण उन्हें फिर से अस्पताल आना पड़ता हैं.
कोले के कहा कि दो मरीज अतिसार और बुखार से पीड़ित है और उनका कोरोना परिक्षण पॉजिटिव नहीं आया है. इसका मतलब यह नहीं हैं कि सब कुछ ठीक हो गया है.
भारत के अस्पतालों में अन्य संक्रमणों के साथ आने वाले लोगों की शिकायतें मिल रही है. अस्पताल के अधिकारी अब अपने कर्मचारियों को तैयार कर रहे हैं. उन्हें इस तरह के संभावित मामलों के बार में सूचित कर रहे हैं जिनमें घर लौट चुके व्यक्ति अस्पताल में इस संक्रमण के लक्षणों के बारे में शिकायत कर रहे हैं. दरअसल भारत का सर्वोच्च चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (ICMR) भी इस मुद्दे पर एक अध्ययन कर रहा है.
कोले के अनुसार इस बीमारी पर अध्ययन यह दावा नहीं करता है कि कोविड-19 से ठीक हो चुके मरीज की हालत कैसी हो सकती है. दवाओं का कैसा परिणाम हो सकता है. कोविड-19 एक जटिल बीमारी है. यह फेफड़ो को नुकसाल पहुंचाती है. इसके साथ ही इससे उबरने के बाद मधुमेह नियंत्रण होना एक मुद्दा बना हुआ है.
उन्होंने कहा कि यह सभी चिकित्सकों के लिए फिर से सीखने की प्रक्रिया है. जैसे-जैसे हम कोविड-19 की डिटेल में जाऐंगे उसके बारे में और जानकारी मिलेगी.
कोमोर्बिडिटी वाले लोगों को अन्य परेशानियों के साथ अस्पताल में वापस आने के ज्यादा चॉन्स हैं और जिन लोगों को कोरोना के कारण फेफड़ों में नुकसान हुआ है वह भी कई समस्याओं के साथ वापस आ रहे हैं.