नई दिल्लीः खुशियों का त्योहार दिपावली इस बार पर्यावरण के अनुकूल पटाखों से रोशन होगा क्योंकि केंद्र सरकार ने दिल्ली समेत पूरे देश को वायु प्रदूषण पर नियंत्रण रखने के लिए बाजारों में ग्रीन (हरित) पटाखे उपलब्ध कराने की योजना बनाई है. विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी व स्वास्थ मंत्री एंव परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार को हरित पाटेख जारी किए हैं.
डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में पटाखों पर रोक लगा दी थी. इसके बाद ही पर्यावरण के अनुकूल पटाखों के बारे में सोचा गया था. साथ ही उन्होंने कहा कि इसी दिशा में काम करते हुए वैज्ञानिक एंव औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने हरित पटाखों के विकास में अहम भूमिका निभाई है. इस चुनौतीपूर्ण कार्य में सीएसआईआर की आठ सहयोगी प्रयोगशालाओं ने सहयोग दिया है.
उन्होंन कहा कि सीएसआईआर की मदद से परंपरागत पटाखों अनार, फुलझड़ी, हंटर, सुतली बम और चकरी राकेट का इको फ्रेंडली वर्जन और नए पटाखों की शृंखला जारी की है.
उन्होंन कहा कि पटाखा उत्पादकों से सीएसआईआर की तरफ से सुझाए गए फार्मुलेशन के आधार पर पटाखे बनाने और बाजार में उतारे जाने से पहले इनकी जांच तथा उत्सर्जन स्तर की सीएसआईआर-राष्ट्रीय इंजीनियरिंग एवं पर्यावरण शोध संस्थान (एनईईआरआई) की मान्यता प्राप्त एनएबीएल प्रयोगशालाओं में जांच कराने का आग्रह भी किया. इन पटाखों में अनार, पेंसिल, चकरी, फुलझड़ी और सुतली बम आदि हैं.