दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

जानिए, व्यवसायी ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने तक का सफर - रिपब्लिकन पार्टी

ट्रंप के किरदार और उनकी कामयाबी की दास्तां को अमेरिका ही नहीं पूरी दुनिया जानना चाहती है. आखिर डोनाल्ड ट्रंप हैं कौन? आज हम आपको बताएंगे की आखिर कौन हैं डोनाल्ड ट्रंप और कैसे तय की उन्होंने एक बिजनेसमैन से लेकर ताकतवर इंसान बनने की राह.

डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप

By

Published : Oct 28, 2020, 1:49 PM IST

Updated : Nov 3, 2020, 11:30 PM IST

हैदराबाद : डोनाल्ड जॉन ट्रंप का जन्म 14 जून, 1946 को हुआ था. वह 9 नंवबर, 2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने. वह रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवार थे. ट्रंप अमेरिकी रिअल एस्‍टेट कारोबारी, अमेरिकी बिजनेसमैन, टीवी पर्सनालिटी, राजनेता होने के अलावा एक लेखक भी हैं.

एक ऐसे समय में जब 74 वर्ष की आयु का यह शख्स लगातार दूसरी बार अमेरिका की सबसे ऊंची कुर्सी पर बैठने का प्रयास कर रहा है, यह जानना दिलचस्प है कि कौन सी ऐसी बातें हैं, जो ट्रंप को सुर्खियों में रखती हैं. कैसी रही है उनकी निजी जिंदगी. ट्रंप के व्यक्तित्व को समझने के लिए जानें उनसे जुड़ी कुछ अहम बातें-

प्रबल नेता

डोनाल्ड ट्रंप एक कामयाब अमरीकी कारोबारी हैं. उनके पास अरबों रुपए की संपत्ति है. डोनाल्ड ट्रंप का जन्म न्यूयॉर्क के क्वींस में हुआ था. उनके पिता रियल एस्टेट कारोबारी थे. 13 साल की उम्र में ट्रंप पढ़ने के लिए मिलिट्री स्कूल गए. बाद में 1964 में उन्होंने मिलिट्री एकेडमी से ग्रेजुएशन भी किया.

ट्रंप का पूरा इतिहास

ट्रंप एक विजेता

अगर कुछ अपवादों को नजर अंदाज कर दिया जाए, तो डोनाल्ड ट्रंप हमेशा विजेता रहे हैं. वह सभी विवादों से निर्दोष निकले हैं और विवादों में उनको निर्दोष पाए जाने कारण उनकी उपस्थिति को और मजबूत हो गई है.

ट्रंप की शादियां

ट्रंप -प्रायोजित चीन व्यापार युद्ध ने कम्युनिस्ट शासन को बुरी तरह से प्रभावित किया जबकि अमेरिका को बहुत लाभान्वित किया. इसी तरह डेमोक्रेट्स के महाभियोग के प्रयास विफल रहे और इसने उनकी अध्यक्षता को बढ़ाया और यह फरवरी में उनके स्टेट ऑफ द यूनियन स्पीच के दौरान स्पष्ट रूप से दिखाई दिया.

बिजनेसमैन से अमेरिकन राष्ट्रपति

आक्रामक अवसरवादी

वह समस्याओं को अवसरों में बदलने में और अपने प्रतिद्वंद्वी के काले रहस्यों को उजागर करने में अक्सर सफल रहे हैं. इसकी एक झलक हाल के दिनों में देखने को मिली. इसके अलावा उन्होंने हिलेरी क्लिंटन, बराक ओबामा या उनके हालिया चैलेंजर जो बाइडेन के खिलाफ उन्होंने लगातार आक्रामक व्यवहार पेश किया है.

राजनीतिक यात्रा

2001 से 2008 तक डेमोक्रेटिक पार्टी में और 2009 से रिपब्लिकन पार्टी में रहें.

2016 में राष्ट्रपति पद की दौड़ में प्रवेश किया

20 जनवरी 2017 को संयुक्त राज्य अमेरिका के 45 वें राष्ट्रपति के रूप में उद्घाटन किया.

नवंबर 2015 पेरिस के हमलों के बाद ट्रंप ने मुस्लिम विदेशियों को संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने के लिए एक विवादास्पद प्रस्ताव दिया

12 जून 2018 को प्रारंभिक स्टाफ-स्तरीय बैठकों के कई दौर बाद ट्रंप और किम ने सिंगापुर में द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया

22 मई 2017 को ट्रंप पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे, जिन्होंने अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान यरूशलेम में पश्चिमी दीवार का दौरा किया था, जिसमें इज़राइल, इटली, वेटिकन और बेल्जियम शामिल थे.

अमेरिका को महान बनाने का आह्वान

2016 की राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होते हुए ट्रंप ने पत्नी मेलानिया के साथ ट्रंप टॉवर के एस्केलेटर को बंद कर दिया. कानून और व्यवस्था पर मजबूत संदेश देते हुए ट्रंप ने क्लीवलैंड में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में अपनी पार्टी के नामांकन को स्वीकार करते हुए अपने अब तक के परिचित मंत्र 'अमेरिका को फिर से महान बनाए' का आह्वान किया.

कोरोना को लेकर चर्चा

राष्ट्रपति पद के दूसरे कार्यकाल में ट्रंप पहले बढ़ती हुई अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर बात कर रहे थे और बाद में अपराधों के खिलाफ लड़ाई को उजागर किया. लेकिन ट्रंप के डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन अब एक कोरोना वायरस महामारी को लेकर बात कर रहे हैं, जिसने 2020 के अभियान को लॉजिस्टिक बना दिया.

ट्रंप के महामारी से निपटने के लिए उठाए गए कदम पहले से ही बाइडेन के खिलाफ राष्ट्रपति पद की दौड़ में एक प्रमुख फ्लैशपॉइंट रहा है. इस दौरान बाइडेन ने अधिकतर समय घर के भीतर बिताया.

उसके बाद बाइडेन ने छोटे, सामाजिक रूप से दूर भीड़ के साथ एक अधिक सक्रिय अभियान अनुसूची को फिर से शुरू किया. वह नियमित रूप से सार्वजनिक रूप से एक मास्क पहनते. इसका कई बार ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से मजाक उड़ाया.

मेक्सिको सीमा पर दीवार

जनवरी 2017 में राष्ट्रपति द्वारा यात्रा प्रतिबंध लगाए जाने और मेक्सिको के साथ दक्षिणी सीमा पर एक दीवार बनाने की योजना को तेजी से आगे बढ़ाया.

घरेलू स्तर पर सफलतांए

राष्ट्रपति ने अपने पहले कार्यकाल में सुप्रीम कोर्ट में दो कंजर्वेटिव जस्टिस - नील गोरसच और ब्रेट कवानुआघ को नियुक्त करने और 2020 के राष्ट्रपति चुनाव से कुछ दिन पहले एमी कोनी ब्रेट की प्रत्याशित नियुक्ति सहित घरेलू सफलताओं को हासिल किया. इसके अलावा उन्होंने विदेशी मंच पर कई सफलताएं हासिल कीं.

चीन से संबंध

ट्रंप, जो कोरोना वायरस महामारी के शुरुआती दिनों में, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपनी दोस्ती और सकारात्मक संबंध निभा रहे थे, चीन के साथ व्यापार वार्ता को संरक्षित करने के प्रयास में थे. वह चीन के सबसे बड़े दुश्मन बन गए हैं.

उत्तर कोरिया के साथ संबंध

ट्रंप ने अपने कार्यकाल में उत्तर कोरिया के साथ संबंधों के सुधारने की कोशिश की. इसके लिए ट्रंप ने सिंगापुर और वियतनाम में उच्च-प्रोफाइल बैठकें की. हालांकि उत्तर कोरिया ने जून में आधिकारिक रूप से परमाणु हथियारों को खत्म करने को लेकर उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ अपने राजनयिक संबंधों को समाप्त कर दिया.

पिछले साढ़े तीन साल से ट्रंप प्रशासन ने व्लादिमीर पुतिन के साथ मित्रता बनाए रखने की कोशिश की.

हालांकि ट्रंप की जीत के बाद उन पर आरोप लगे थे कि उन्होंने अपने चुनावी अभियान के दौरान रूस की मदद ली थी. इसके कारण उन पर महाभियोग चलाया गया.

ट्रंप 2020 अभियान का नारा

कोरोना के कारण बेरोजगारी और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बीच ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान को 'अमेरिका को महान बनाएं' नारा दिया है, जो फिलहाल वास्तिवक्ता से दूर नजर आता है.

वर्तमान में अमेरिका में कोरोना के कारण सबसे अधिक मामले सामने आए हैं. साथ ही वह मौत के मामले में भी पहले नंबर पर बना हुआ है.

अमेरिका में अब तक कोरोना के 8 मिलियन से अधिक केस की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 2,15,000 से अधिक लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो गई है. इतना ही नहीं संक्रमण के कारण अमेरिका की अर्थ व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गई हैं.

कोरोना से निपटने का दावा

ट्रंप को यह बात अच्छी तरह से पता है कि उनकी राजनीतिक किस्मत उनके द्वारा महामारी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों से जुड़ी हुई है. इसके अलावा ट्रंप के कोरोना संक्रमित पाए जाने और मैरीलैंड के बेथेस्डा में वाल्टर रीड मेडिकल सेंटर में कई रातें बिताने के बाद ट्रंप का अपना स्वास्थ्य जांच के दायरे में आ गया, जिससे ट्रंप द्वारा महामारी से निपटने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों पर सवाल खड़े कर दिए.

ब्लैक लाइफ मैटर्स

जिस समय ट्रंप कोरोना से जूझ रहे थे उसी समय वहां एक अश्वेत जॉर्ज फ्लोयड जिसे मिनियापोलिस पुलिस ने हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद देशभर में ट्रंप सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए और कई जगह हिंसक घटनाएं भी हुईं.

बाइडेन और ट्रंप के बीच अमेरिकी मतदाता दो 70 वर्षीय गौरों के बीच स्वास्थ्य देखभाल, जलवायु परिवर्तन, विदेश नीति और पक्षपात को लेकर किसी एक का चुनाव करेंगे.

74 वर्षीय रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने अपने पहले कार्यकाल को अपने 77 वर्षीय प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के वित्तपोषित अभियान के खिलाफ संघर्ष करते हुए समाप्त किया.

बाइडेन आधुनिक इतिहास में सबसे अधिक आयु वाले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बन गए हैं . उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय वॉशिंगटन में एक निर्वाचित अधिकारी के रूप में बिताया है.

Last Updated : Nov 3, 2020, 11:30 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details