नई दिल्ली : तीस हजारी कोर्ट में दो नवंबर को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दिल्ली की सभी अदालतों में वकीलों की हड़ताल जारी है. इसी क्रम में दिल्ली की सभी जिला अदालतों के बाहर वकीलों का विरोध प्रदर्शन जारी है. वे लोग दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारे लगा रहे हैं. तीस हजारी घटना को लेकर गृह मंत्रालय के आवेदन पर हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हो रही है. हाई कोर्ट के बाहर वकील विरोध कर रहे हैं.
इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट के वकील वरुण ठाकुर ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को कानूनी नोटिस भेजा है और पूछा है कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं, जिन्होंने धरना-प्रदर्शन किया था.
इसी बीच इस घटना पर प्रशांत भूषण ने ट्वीट करके एक वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि तीस हजारी कोर्ट के लॉकअप का यह वीडियों देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शनिवार को वकीलों और पुलिस के बीच हुई झड़प में वकीलों की तरफ से अक्रामकता अपनाई गई थी.
गौरतलब है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) की अपील को दरकिनार करते हुए कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ बार एसोसिएशन ऑफ दिल्ली ने हड़ताल जारी रखने की घोषणा की.
कमेटी के चेयरमैन महावीर सिंह और सचिव धीर सिंह कसाना ने मांगें पूरी न होने तक हड़ताल जारी रखने का आह्वान किया है.
ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन का विरोधबीसीआई के चेयरमैन मनन मिश्रा के दिल्ली के बार एसोसिएशंस को हड़ताल खत्म करने संबंधी पत्र का ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन ने विरोध किया है. यूनियन ने कहा है कि मनन मिश्रा का ये कहना गलत है कि हड़ताल का कोई औचित्य नहीं है.