नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से सारा देश दुख में डूबा हुआ है. विदेशों के राजनयिक भी इस घटना से काफी आहत हैं. कई राजदूतों ने सुषमा स्वराज के निधन पर दुख जाहिर किया है.
सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए कजाकिस्तान गणराज्य के राजदूत बुलैट सरसेनबायेव ने दोनों देशों के बीच एक नजदीकी रिश्ता बनाने का श्रेय सुषमा स्वराज को दिया.
कजाकिस्तान गणराज्य के राजदूत ने जताया शोक. सरसेनबायेव ने कहा कि सुषमा जी एक बहुत सक्रिय व्यक्तित्व और बहुत अनुभवी राजनयिक थीं. उन्होंने भारत और कजाकिस्तान को करीब लाने के लिए कई कदम उठाए. हम उन्हे याद करेंगे. वो हमारे दिल में रहेंगी.
किर्गिज गणराज्य के लोगों की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए राजदूत एसीन इसारेव ने कहा, 'यह हमारे लिए एक झटका था. विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज की अंतिम यात्रा किर्गिस्तान में थी, जहां उन्होंने विदेश मंत्रियों के शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भाग लिया था. उन्होंने कई लोगों को किर्गिस्तान की राहें दिखाईं.'
किर्गिज गणराज्य राजदूत एसीन इसारेव ने जाहिर किया दुख अफगानिस्तान के भारतीय मामलों के प्रभारी डी ताहिर कादरी ने सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देकर मिलेनियल इंडिया इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर के व्यापार सम्मेलन में अपने भाषण की शुरुआत की.
ताहिर कादरी ने भी जाहिर किया दुख. ताहिर कादरी ने कहा. 'अफगानिस्तान की जनता और सरकार की ओर से, हम सुषमा स्वराज जी के असामयिक और अचानक निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने अफगानिस्तान के साथ बहुत ठोस और मजबूत भागीदारी की. यह एक दुखद घटना है जिसके लिए हमें खेद है.'