बेंगलुरू : बेंगलुरू में दिग्विजय सिंह सहित कई कांग्रेसी नेता धरने पर बैठे थे, यह सभी बागी विधायकों से मिलने की जिद पर अड़े थे, जिसके बाद पुलिस ने इन्हें हिरासत में लिया. हालांकि, बाद में इन्हें जमानत देकर रिहा कर दिया गया है. रिहाई के बाद भी दिग्विजय ने कांग्रेस विधायकों से मिलने की मांग की. वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्गी राजा कांग्रेस को डूबोने में लगे हुए हैं. बता दें, इन सभी हालातों के मद्देनजर बैंगलुरु के रामदा रिजॉर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज दोपहर करीब दो बजे राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात करेगा.
मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच आज सुबह कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बेंगलुरू के रामदा होटल के पास बागी विधायकों से मिलने को लेकर धरने पर बैठ गए. यहां से पुलिस ने उन्हें हटाया और हिरासत में ले लिया. उनके साथ 13 अन्य कांग्रेस के नेताओं को भी हिरासत में ले लिया गया है.
अमृताहल्ली पुलिस स्टेशन से निकले के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मुझे कहां ले जाया जा रहा है. मुझे अपने विधायकों से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए. मैं एक कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं.
हिरासत में लिए गए 13 कांग्रेस नेताओं को जमानत पर रिहा कर दिया गया है.
कर्नाटक के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह हमारी पार्टी के विधायकों से मिलने आए हैं. विधायकों में से एक ने टेलीफोन के माध्यम से उनसे संपर्क किया था और उनसे उन्हें मुक्त करने का अनुरोध किया था. उनके पास उन्हें ब्लॉक करने का अधिकार नहीं है, वह उच्च अधिकारियों से अनुरोध करना चाहते हैं.
बैंगलुरु के रामदा रिजॉर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
एमपी के सियासी ड्रामे पर भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि माचिस को भेजा है आग बूझाने, आगे क्या होगा खुदा जाने.
उन्होंने कहा कि मिस्टर बंठाधार एक और पॉलिटिकल ड्रामा करने गए है. गुरुग्राम भी गए थे, जब भी कांग्रेस के विधायकों ने कहा था किसी ने बंधक नहीं बनाया. बेंगलुरु के विधायक नहीं मिलना चाहते है, वह किसी के दवाब में नहीं है. मिस्टर बंठाधार कांग्रेस को खत्म करके ही मानेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बहुतमत खो चुंकि है.
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, हमारे देश में लोकतंत्र है, डिक्टेटरशिप नहीं.
उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि भाजपा की कैद में रह रहे हमारे विधायकों से हमें मिलने दिया जाए. जब तक हमारी मुलाकात अपने विधायकों से नहीं होगी, मैं अनशन की घोषणा करता हूं.
दिग्विजय सिंह ने लगातार कर्नाटक के सीएम से मिलने की मांग कर रहे हैं.