नई दिल्ली : मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया की आत्मकथा में हिंदू आतंकवाद का जिक्र आने के बाद सियासत तेज हो गई है. भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हा राव और अमित मालवीय ने कांग्रेस और दिग्विजय सिंह पर कई आरोप लगाए थे, जिसके बाद दिग्विजय सिंह ने इन आरोपों पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि अगर वह जासूस हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह अक्षम हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी प्रवक्ता नरसिम्हा राव और अमित मालवीय ने मुझ पर आईएसआई का जासूस होने का आरोप लगाया है. यदि ऐसा है तो पीएम मोदी और शाह अक्षम हैं, उन्होंने मुझे गिरफ्तार क्यों नहीं किया? सिंह ने आगे कहा कि वह राव और मालवीय को मानहानि नोटिस भेजेंगे.
दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया बता दें, बीजेपी नेता नरसिम्हा राव ने कहा था कि कांग्रेस के हिंदू आतंकवाद के विचार और लश्कर-आईएसआई के 26/11 हमले के बीच संबंध देखा जा सकता है. उन्होंने सवाल किया कि क्या कोई भारतीय आईएसआईएस के आतंकियों को हिंदू बताने का काम कर रहा है? क्या दिग्विजय सिंह हैंडलर के रूप में काम कर रहे थे?
मारिया की किताब पर कांग्रेस बोली, नहीं है 'हिंदू आतंकवाद'
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी एक ट्वीट शेयर करते हुए लिखा, '26/11 के आतंकी हमले के तुरंत बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बुक लॉन्च के मौके पर आरएसएस को दोषी ठहराया और कहा कि इस किताब में कहीं भी आप 26/11 में पाकिस्तानी आतंकवादियों की संलिप्तता नहीं देख सकते. उन्होंने वही किया जो पाकिस्तान चाहता था?'