कुल्लू : देवभूमि कुल्लू के रघुनाथपुर में देवी-देवताओं की संसद जगती में देव परंपरा से छेड़छाड़ पर देव समाज ने नाराजगी जताई है. देवताओं ने भविष्य में आपदा की चेतावनी दी है. देवताओं के गूरों ने देवभूमि में लोगों द्वारा नए-नए रीति रिवाजों को शुरू करने पर आपत्ति जताते हुए इसे भविष्य के लिए खतरा बताया है.
इसके अलावा अठारह करडू की सौह में फैलाई जा रही गंदगी को लेकर भी देवता काफी क्रोधित हैं. देवताओं ने अपने गूरों के माध्यम से कहा कि लोग आज बड़े हो गए हैं, हम छोटे तभी तो अपनी मर्जी के नए-नए निर्णय लिए जा रहे हैं. पुराने रीति रिवाजों को छोड़कर इंसान आज नए रिवाजों को अपना रहा है, जो भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं हैं.
देवी देवताओं ने सभी को इस बात के लिए भी चेताया कि अगर सब ठीक नहीं किया तो हम में दिल्ली तक तख्ता पलट करने की क्षमता है. काली नाग के गूर ने कहा कि जो नहीं होना चाहिए था वह हुआ. देवता धुम्बल नाग के गूर ने कहा देव परंपरा से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी.
उन्होंने दो से तीन महीने में अशुभ होने की चेतावनी दी. वहीं नारद दुर्वासा ऋषि के गूर ने सभी को आने वाले समय में किसी बड़ी आपदा के लिए सतर्क रहने के लिए आगाह किया. उन्होंने कहा पृथ्वी इस समय बहुत बड़ी मुश्किल में है, कोई भी प्राकृतिक आपदा या अन्य कोई नुकसान हो सकता है.