जयपुर : यूपी सरकार और प्रियंका गांधी के बीच चल रही बस पॉलिटिक्स के दौरान राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का एक बड़ा बयान आया है. बस के रजिस्ट्रेशन नंबर को लेकर यूपी सरकार की ओर से लगाए गए आरोपों को पायलट ने न केवल सिरे से खारिज किया बल्कि मीडियाकर्मियों को ही अलवर-भरतपुर बॉर्डर पर जाकर बस और उनके नंबर चेक करने की नसीहत तक दे डाली.
जयपुर में एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने यूपी सरकार के लिए कहा कि बीजेपी और यूपी सरकार नुक्ताचीनी करना बंद कर दें. क्योंकि सारी बसें अभी बॉर्डर पर खड़ी हैं और दो दिन हो गए हैं.
मीडिया से बात करते सचिन पायलट. उन्होंने कहा, 'हम जरूरत के अनुसार हरियाणा-पंजाब और उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों को बसों के द्वारा भेज रहे हैं. लेकिन कुछ प्रदेशों की सरकारें ही जान बूझकर अनुमति न दें और उस पर भी हम नेताओं पर ही अंगुली उठाएं तो यह सब कुछ समझ के परे है.'
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पायलट के अनुसार मौजूदा समय में तो सबको इंसानियत का परिचय देना चाहिए और आज पार्टी विचारधारा से परे होकर एक दूसरे की मदद करना चाहिए. लेकिन बड़ा दुखद है कि यूपी और केंद्र की सरकार इस पर भी सियासत कर रही है.
मीडिया को भी दे डाली यह नसीहत
इस बीच जब मीडिया ने पायलट से यूपी सरकार के कांग्रेस नेताओं द्वारा दिए गए बसों के रजिस्ट्रेशन नंबर में टू-ह्वीलर और थ्री-ह्वीलर वाहन होने के आरोपों पर सवाल पूछा तो पायलट ने कहा कि आप लोग सब जानते हैं. आप भरतपुर और अलवर बॉर्डर पर जाकर खुद ही चेक कर लीजिए. पायलट ने कहा- सवाल यह नहीं है कि बस 990 है या 1010, बल्कि सवाल अनुमति देने का है. ताकि प्रवासी श्रमिकों को लाने ले जाने का काम यथावत चलता रहे. पायलट ने कहा कि यूपी सरकार अब कहती है कि लखनऊ में आकर रजिस्ट्रेशन करवाओ. केवल घुमाने का काम किया जा रहा है, जिसे जनता कभी नहीं भूलेगी.