जयपुर : राजस्थान और उत्तर प्रदेश में इन दिनों बसों को लेकर जमकर राजनीति हो रही है. इस पॉलिटिक्स पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई. इस दौरान राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा.
पायलट ने कहा कि एक तरफ यूपी सरकार मानवता के लिए किए गए काम में रोड़ा अटका रही है और दूसरा तरफ ऐसे आरोप लगा रहे हैं जैसे यह बसें सरकारी थीं और बसों के पेपर और संख्या पूरी नहीं थी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि इन बसों का सरकार से कोई लेना देना नहीं है. यह बसें एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी के कहने पर एआईसीसी और प्रदेश कांग्रेस की ओर से उपलब्ध करवाई गई थी.
सचिन पायलट ने कहा कि लॉकडाउन का जब एक पखवाड़ा निकल गया और मजदूर व श्रमिक सड़कों पर पैदल चलते हुए परेशान हालात में दिखाई दिए, उसके बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह निर्णय लिया कि श्रमिकों को लाने-ले जाने का खर्च कांग्रेस पार्टी वहन करेगी.
पायलट ने कहा कि प्रियंका गांधी के इस निर्णय के बाद ही केंद्र सरकार की ओर से हलचल शुरू हुई, लेकिन इससे पहले कोई व्यवस्था केंद्र सरकार ने नहीं की थी.
यही कारण था कि प्रियंका गांधी ने 1000 बसें यूपी सरकार को लोगों को लाने ले जाने के लिए देने का फैसला किया. लेकिन निस्वार्थ भाव से मानवता के लिए किए गए कांग्रेस पार्टी के इस काम को यूपी सरकार ने परमिशन और राजनीति के चलते कई हथकंडे अपनाकर बसों को लौटा दिया.