नई दिल्ली : पिछले 100 सालों में इस साल का दिसंबर का महिना सबसे सबसे ठंडा रहा. आज सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 4.2 सेल्सियस दर्ज किया गया.
दिल्ली में 14 दिसंबर से शीतलहर का प्रकोप जारी है और 29 दिसंबर तक बने रहने की संभावना है.
दिल्ली से ईटीवी भारत संवाद दाता 14 दिसंबर से दिल्ली का मौसम कोल्ड डे या सीवियर कोल्ड डे की कैटेगरी में है. नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते पूर्वी हवा चलेंगे. इस दौरान तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी. वहीं 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक दिल्ली में हल्की बारिश और ओलावृष्टि की भी संभावना है.
दिल्ली में लगातार 13वें दिन कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और इससे पहले 1997 में ऐसा हुआ था जब ऐसे लगातार 17 दिन कड़ाके की सर्दी पड़ी थी.
भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम 1919, 1929,1961 और 1997 में रहा है.'
दिसंबर के महीने में इस साल औसत अधिकतम तापमान अब तक 19.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह दिसंबर 31 तक 19.15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है.
अधिकारी ने कहा, 'अगर ऐसा होता है तो यह 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर होगा. दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.'
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प्रदूषण के स्तर में भी हुई बढ़ोतरी :
दिल्ली में ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. आज सुबह दिल्ली का एयर इंडेक्स 363 रिकार्ड किया गया जो गंभीर की श्रेणी में आता है.
प्रदूषण के बढ़ते स्तर के संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली में हवा की गति सामान्य है. जिस कारण प्रदूषण के कण हवा में जमने लगे हैं. जिससे दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
बता दें कि अधिकतम तापमान के सामान्य से कम से कम साढ़े चार डिग्री कम रहने पर दिन को ठंडा माना जाता है, अधिकतम तापमान के सामान्य से कम से कम साढ़े छह डिग्री कम रहने पर दिन को बेहद ठंडा माना जाता है.