दुर्ग/भिलाई: छत्तीसगढ़ के भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) कर्मचारी कार्तिक राम ठाकुर की मौत को अब तक 22 दिन हो चुके हैं, लेकिन उनका परिवार हर दिन उनके अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहा है. अनुकंपा नियुक्ति विवाद के कारण 22 दिन बाद कर्मचारी के शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका है. परिवार मेडिकल ग्राउंड पर बेटे को अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग पर अड़ा है, वहीं बीएसपी प्रबंधन इसे अनुकंपा नियुक्ति की पात्रता से इनकार कर रहा है. इधर गोंडवाना समाज भी मृतक परिवार का समर्थन कर रहा है और आंदोलन कर रहा है.
मृतक कर्मचारी का परिवार गोंडवाना समाज के साथ धरने पर बैठ गए हैं. मृतक की पत्नी आशा ठाकुर ने बताया की बीएसपी प्रबंधन टालमटोल कर रही है. उनके पति की मौत किडनी फेल होने से 4 जनवरी को हुई थी, लेकिन बीएसपी नियमों के खिलाफ काम कर रहीं है. जब तक उनके बेटे को अनुकंपा नहीं मिलेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.