अहमदाबाद/नई दिल्ली: मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा जानकारी के अनुसार चक्रवात वायु गुजरात से नहीं टकराएगा, विभाग ने कहा है कि 135 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ रहे इस तूफान ने गुरुवार सुबह अपनी दिशा थोड़ी बदली है.लेकिन तटीय जिलों पर इसका प्रभाव पड़ेगा. हालांकि, सुरक्षा के मद्देनजर पोरबंदर में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) की छह टीमें अलर्ट पर हैं.
भारतीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक मनोरमा मोंहंती ने कहा है कि वायु तूफान के अब गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं है. उनके अनुसार यह तूफान अब पोरबंदर, द्वारका के आसपास से होकर गुजर जाएगा. हालांकि तटीय इलाकों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी.
बता दें कि अगले कुछ घंटों में चक्रवाती तूफान 'वायु' गुजरात तट से टकराने वाला है. इस तूफान से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से तैनात हैं. तुफान से पहले 1.6 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है.
चक्रवात को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने 15 ट्रेनों को निरस्त और 16 ट्रेनों को आंशिक रूप से समाप्त कर दिया है. अधिकारियों ने कहा है कि सौराष्ट्र और कच्छ के निचले इलाकों से करीब 3 लाख लोगों को निकाल कर सुरक्षित इलाकों में पहुंचा दिया गया है. इन क्षेत्रों के बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर सुरक्षा की दृष्टि से कामकाज रोक दिया गया है.
ताजा जानकारी के अनुसार चक्रवात दक्षिण के वेरावल से पश्चिम में द्वारिका तक कहीं भी गुरूवार दोपहर तक तट से टकरा सकता है.
मौसम विभाग का कहना है कि यह तूफान दक्षिण में 280 किलोमीटर दूर है और इसके उत्तर की तरफ बढ़ने की आशंका है। यह तूफान 155-160 से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से द्वारिका और वेरावल के मध्य तट से टकरा सकता है.
मौसम विभाग ने तट पर पहुंचने के बाद चक्रवात के सौराष्ट्र एवं कच्छ के समांतर बढ़ने की आशंका जताई गई है.
चक्रवात से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 45 सदस्यों वाले राहत दल की करीब 52 टीमें गठित की गई हैं और सेना की दस टुकड़ियों को तैयार रखा गया है.इसके अलावा भारतीय नौसेना के युद्धपोतों और विमानों को भी तैयार रहने को कहा गया है.