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गुजरात की तरफ बढ़ रहे चक्रवात वायु ने बदली दिशा, तटीय इलाकों में अभी भी खतरा - prapare for wayu

गुजरात के लोगों के लिए थोड़ी राहत की खबह है. मौसम विभाग के अनुसार 'वायु' तूफान अब गुजरात से नहीं टकराएगा. लेकिन तटीय जिलों पर इसका प्रभाव रहेगा. 3 लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

पोरबंदर बंदरगाह की तस्वीर

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Published : Jun 13, 2019, 8:15 AM IST

Updated : Jun 13, 2019, 10:12 AM IST

अहमदाबाद/नई दिल्ली: मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा जानकारी के अनुसार चक्रवात वायु गुजरात से नहीं टकराएगा, विभाग ने कहा है कि 135 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ रहे इस तूफान ने गुरुवार सुबह अपनी दिशा थोड़ी बदली है.लेकिन तटीय जिलों पर इसका प्रभाव पड़ेगा. हालांकि, सुरक्षा के मद्देनजर पोरबंदर में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) की छह टीमें अलर्ट पर हैं.

पोरबंदर बंदरगाह का वीडियो

भारतीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक मनोरमा मोंहंती ने कहा है कि वायु तूफान के अब गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं है. उनके अनुसार यह तूफान अब पोरबंदर, द्वारका के आसपास से होकर गुजर जाएगा. हालांकि तटीय इलाकों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी.

सूचना आधारित ट्वीट

बता दें कि अगले कुछ घंटों में चक्रवाती तूफान 'वायु' गुजरात तट से टकराने वाला है. इस तूफान से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से तैनात हैं. तुफान से पहले 1.6 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है.

उपग्रह से प्राप्त चक्रवात की तस्वीर

चक्रवात को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने 15 ट्रेनों को निरस्त और 16 ट्रेनों को आंशिक रूप से समाप्त कर दिया है. अधिकारियों ने कहा है कि सौराष्ट्र और कच्छ के निचले इलाकों से करीब 3 लाख लोगों को निकाल कर सुरक्षित इलाकों में पहुंचा दिया गया है. इन क्षेत्रों के बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर सुरक्षा की दृष्टि से कामकाज रोक दिया गया है.

ताजा जानकारी के अनुसार चक्रवात दक्षिण के वेरावल से पश्चिम में द्वारिका तक कहीं भी गुरूवार दोपहर तक तट से टकरा सकता है.

मौसम विभाग का कहना है कि यह तूफान दक्षिण में 280 किलोमीटर दूर है और इसके उत्तर की तरफ बढ़ने की आशंका है। यह तूफान 155-160 से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से द्वारिका और वेरावल के मध्य तट से टकरा सकता है.
मौसम विभाग ने तट पर पहुंचने के बाद चक्रवात के सौराष्ट्र एवं कच्छ के समांतर बढ़ने की आशंका जताई गई है.

चक्रवात से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 45 सदस्यों वाले राहत दल की करीब 52 टीमें गठित की गई हैं और सेना की दस टुकड़ियों को तैयार रखा गया है.इसके अलावा भारतीय नौसेना के युद्धपोतों और विमानों को भी तैयार रहने को कहा गया है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों को सुरक्षित रहने के लिए स्थानीय एजेंसियों द्वारा मुहैया कराई जा रही जानकारी का अनुसरण करते रहने के लिए कहा है.

पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, ' चक्रवात वायु से प्रभावित होने वाले सभी लोगों की सुरक्षा और हित के लिए प्रार्थना करता हूं. सरकार और स्थानीय एजेंसी जानकारी मुहैया करा रही हैं, जिसका मैं प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अनुसरण करने का अनुरोध करता हूं.'

पढ़ें- गुजरात में 'वायु' अलर्ट, 40 ट्रेनें रद्द, हवाई सेवा बंद

पीएम के अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार को चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाने का निर्देश दिया.

केन्द्रीय भू विज्ञान मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बुधवार को उपग्रह से प्राप्त चक्रवात की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, मैं उन सभी परिवारों के भले की प्रार्थना करता हूं जिनके चक्रवात वायु से प्रभावित होने की आशंका है. इसके 13 जून को दोपहर में 155-156 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार वाली हवा के साथ आने की संभावना है.

चक्रवात को देखते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गांधीनगर में एक समीक्षा बैठक के बाद कहा, 'राज्य सरकार ने गुजरात के तट पर स्थित सभी बंदरगाहों पर संचालन रोकने का निर्णय किया है. ऐहतियाती कदम के तौर पर सौराष्ट्र क्षेत्र के सभी हवाई अड्डे भी चक्रवात समाप्त होने तक बंद रहेंगे.'उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में स्थित तीर्थस्थलों के लिए बस सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं.

चक्रवात को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने 15 ट्रेनों को निरस्त और 16 ट्रेनों को आंशिक रूप से समाप्त कर दिया है. इसके अलावा सुरक्षा के कई इंतजाम किए गए हैं. वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम में यात्रियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं.

Last Updated : Jun 13, 2019, 10:12 AM IST

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