मुंबई/अहमदाबाद: पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवाती तूफान अम्फान की तबाही के बाद अब महाराष्ट्र और गुजरात में निसर्ग चक्रवात का खतरा टल गया है. अरब सागर में बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में बदल गया था और आज उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट से गुजरा. महाराष्ट्र में खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 10 टीमें तैनात की गई हैं.
नागपुर स्थित मौसम विभाग के निदेशक एलएन साहू ने बताया कि यह तूफान अलीबाग में टकराया. यह वर्तमान में यह पुणे से 60-65 किलोमीटर दूर पूर्व-पश्चिम में है. यह नासिक औरगांबाद होते हुए मध्यप्रदेश की तरफ बढ़ेगा. अब यह तूफान 20 किलोमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है. यह जब टकराया था उस समय इसकी रफ्तार 100 से 120 किलोमीटर थी. मुंबई में कुछ देर में इसका कम हो जाएगा.
पूर्वमध्य अरब सागर के आस पास के इलाके में हाई अलर्ट है. साथ ही गंभीर चक्रवाती तूफान, भारी बारिश और समुद्र में ऊंची लहरे उठने की चेतावनी जारी की गई थी. निचले इलाकों में बाढ़ आने की भी संभावना थी.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक (डीजी) मृत्युंजय महापात्र ने मंगलवार को बताया, 'गहरे दबाव का क्षेत्र आज दोपहर के करीब चक्रवाती तूफान में बदल गया. मुंबई पुलिस ने चक्रवात के मद्देनजर लोगों को तटों पर जाने से रोकने के लिए शहर में धारा 144 लगा दिया गया है.
चक्रवाती तूफान निसर्ग के कारण महाराष्ट्र में रत्नागिरि के तट के पास फंसे हुए एक पोत से बुधवार को कम से कम दस नाविकों को बचा कर निकाला गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि ज्वार भाटे और भारी बारिश के कारण पोत मिरकवाड़ा के तट के पास चला गया था जहां से नाविकों को सुरक्षित बचा लिया गया.
महाराष्ट्र में तटवर्ती जिले रायगढ़ के अलीबाग में बुधवार को तकरीबन डेढ़ हजार लोगों को बचा कर निकाला गया और उन्हें सुरक्षित और मजबूत आश्रय स्थल में पहुंचा दिया गया.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के कार्यालय ने यह जानकारी दी.
चक्रवात 'निसर्ग' मुंबई से 95 किलोमीटर दूर स्थित अलीबाग से अपराह्न साढ़े बारह बजे टकराया.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि आज सुबह तकरीबन 1500 लोगों को निकाला गया और रायगढ़ के अलीबाग में सुरक्षित मजबूत आश्रय में पहुंचाया गया.
इससे पहले की सारी अपडेट यहां देखें :महाराष्ट्र के अलीबाग में समुद्र तट से टकराया चक्रवाती तूफान निसर्ग