नई दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट में पुलिस एवं अधिवक्ताओं के बीच हुई झड़प के मामले में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त हरेंद्र सिंह भी घायल हुए हैं. उन्होंने इस घटना को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि उस समय 100 से ज्यादा कैदी लॉकअप में मौजूद थे. उन्हें पेशी के लिए लाया गया था. वकील जबरन वहां पर घुसने का प्रयास कर रहे थे और दबाव बनाने के लिए उन्होंने बाहर खड़ी गाड़ियों को आग लगाया. उन्होंने फिलहाल गोली चलने की जानकारी से इनकार किया है.
लॉकअप में थे 100 से ज्यादा कैदी
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त हरेंद्र सिंह ने बताया कि दोपहर लगभग 3 बजे एक अधिवक्ता लॉकअप के बाहर पार्किंग कर रहे थे, जिन्हें पुलिसकर्मी ने रोका. इस बात को लेकर उनके बीच कहासुनी हुई और यह झगड़ा बढ़ता चला गया. इस झगड़े में अधिवक्ताओं ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की और लॉकअप में घुसने की कोशिश की. घटना के समय इस लॉकअप में 100 से ज्यादा कैदी पेशी के लिए आए हुए थे. इनकी सुरक्षा करना दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने सबसे पहले लॉकअप को बंद किया ताकि वहां मौजूद कैदियों की सुरक्षा हो सके.
पुलिस पर दबाव के लिए गाड़ियों में लगाई आग
इस दौरान बाहर खड़े वकीलों ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए जिप्सी और बाइक को आग लगा दिया. इस घटना में उन्हें भी चोट लगी है. जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने बताया कि उनकी जानकारी में नहीं है कि किसी ने गोली चलाई हो. उन्होंने यह भी कहा कि तीसरी बटालियन के पुलिसकर्मियों के पास मिर्ची स्प्रे होता है. जिसका इस्तेमाल वो करते हैं. फिलहाल गोली चलने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
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