हैदराबाद :हमारे देश में 27 सितंबर को बेटी दिवस मनाया गया. इसके कुछ दिन पहले ही यूपी में दिल दहला देने वाली घटना हुई. एक लड़की की कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं मामले में पुलिस और प्रशासन का एक अलग ही चेहरा देखने को मिला. हाथरस गैंग रेप मामले को लेकर देशभर में लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़ों को देखें तो देशभर में महिलाओं के साथ होने वाले अपराध का ग्राफ साल दर साल ऊपर जा रहा है.
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत में 2019 में प्रतिदिन 95 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए. इस वर्ष में कुल 32,033 बलात्कार के मामलों में से 11 प्रतिशत दलित समुदाय से थे.
2018-19 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 7.3% की वृद्धि
- 117.8 प्रति लाख जनसंख्या पर महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराध दर वाला असम राज्य है.
- 59,853 महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराधों के साथ उत्तर प्रदेश राज्य.
- राजस्थान में सबसे अधिक 5,997 मामलों के साथ बलात्कारों की संख्या दर्ज की गई है.
दलित महिलाओं के खिलाफ अत्याचार
भारत में प्रतिदिन 10 दलित महिलाओं से बलात्कार होता है. 2019 में लगभग 3,500 दलित महिलाओं का बलात्कार किया गया. राजस्थान और उत्तर प्रदेश से एक-तिहाई मामले सामने आए.
राजस्थान में दलित महिलाओं (554) के खिलाफ सबसे ज्यादा बलात्कार हुए, उसके बाद यूपी (537) और एमपी (510) में सबसे ज्यादा बलात्कार हुए. केरल में दलित महिलाओं के खिलाफ बलात्कार की दर सबसे अधिक 4.6 (प्रति लाख जनसंख्या) थी, उसके बाद एमपी (4.5) और राजस्थान (4.5) थी.
अपराधों के कारण
दलित समुदायों की महिलाएं ज्यादा असुरक्षित हैं. वह अपने जाति की वजह से सामाजिक दबाव में हैं. बलात्कार के मामलों की रिपोर्ट करने में संकोच करती हैं. यदि उन्होंने किसी तरह एफआईआर दर्ज करने की हिम्मत भी हो तो अधिकांश मामलों में पुलिस थाने में कोई भी उनकी बात नहीं सुनता. यह पुलिस उदासीनता अधिकतर उनके निम्न जाति से होने के कारण है. हर स्तर पर पुलिस के लिए लिंग संवेदीकरण अभियान चलाने का यह अच्छा समय है. इसके लिए योगिता भयाना पीपुल्स अगेंस्ट रेप इन इंडिया (पीएआरआई) अभियान चला रही है. यह संस्था बलात्कार की शिकार हुई महिलाओं का समर्थन करती है.
भारत में बलात्कार
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक बलात्कार के मामले राजस्थान और उत्तर प्रदेश से सामने आते हैं. राजस्थान में 5,997 मामलों के साथ सबसे ज्यादा बलात्कार हुए, इसके बाद यूपी 3,065 की संख्या के साथ और मध्य प्रदेश में 2,485 दर्ज किए गए. बलात्कार के मामलों की दर के मामले में राजस्थान 15.9 (प्रति लाख जनसंख्या) पर सबसे अधिक था, उसके बाद केरल (11.1) और हरियाणा (10.9) था.