पटना : राजधानी स्थित एम्स में कोरोना वैक्सिन का मानव परीक्षण शुरू हो गई है. इसके पहले चरण में बुधवार को 30 साल के युवक पर ट्रायल किया गया. 2 घंटे तक डॉक्टरों की निगरानी के बाद युवक को घर जाने की अनुमति दी गई. एक सप्ताह के बाद युवक को फिर से चेकअप के लिए अस्पताल बुलाया गया है. अगले 14 दिन के बाद युवक को फिर से वैक्सिन का सकेंड डोज दिया जाएगा.
बिंदुवार अहम जानकारी:-
- बीते दो दिनों में 8 लोगों पर कोविड 19 वैक्सीन का प्रयोग.
- 15 जुलाई को एक व्यक्ति को दिया गया था पहला वैक्सीन डोज.
- गुरूवार को 7 लोगों को दिया गया है वैक्सीन.
- एम्स के मेडिकल सुप्रिटंडेंट सीएम सिंह ने की पुष्टि.
- 194 दिनों तक देखा जाएगा.
- कई फेज में होगा वैक्सीन का आब्जर्वेशन.
- जितने लोग आएंगे सभी पर किया जाएगा ट्रायल.
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50 लोगों पर होगा ट्रायल
बता दें कि पटना एम्स में कोरोना के वैक्सीन का 50 लोगों पर ह्यूमन ट्रायल किया जाना है. पहले चरण में 18 लोगों पर ट्रायल करने का अस्पताल प्रबंधन ने फैसला किया है. वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए चुने गए 50 लोगों में अधिकांश पटना एम्स के कर्मी हैं. बताते चले कि पटना एम्स के अलावे देश के 12 मेडिकल संस्थानों में कोरोना के ह्यूमन वैक्सीन का ट्रायल किया जाना है जिसमें पटना एम्स में पहले ही यह शुरू हो गया है.
सफलता मिलने पर आगे होगा ट्रायल
बता दें कि हाल ही में ICMR ने भारत की पहली कोरोना वैक्सीन के लए 12 संस्थानों को पत्र लिखा था. बताया जा रहा है कि इन संस्थानों में पटना एम्स भी शामिल है. विशेषज्ञों के मुताबिक, पहले चरण में इस वैक्सीन का कम लोगों पर ट्रायल होगा, लेकिन सफलता मिलने के बाद दूसरे और तीसरे चरण में बड़ी मात्रा में वैक्सीन का ट्रायल होगा.