हैदराबाद : यूनिसेफ ने स्कूल बंद रहने से प्रभावित बच्चों की संख्या के अनुसार सीखने और कल्याण के लिए निरंतर नुकसान की चेतावनी दी
यूनिसेफ ने कोरोना वायरस के चलते स्कूल बंद रहने से बच्चों पर होने वाले प्रभाव के प्रति अपना रुख स्पष्ट किया है. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष यानी यूनिसेफ ने स्कूलों के बंद होने से बच्चों के सीखने और उनके कल्याण के नुकसान की चेतावनी भी दी है.
यूनिसेफ ने स्कूलों को फिर से खोलने को प्राथमिकता देने के लिए सरकारों से आह्वान किया है. इसके साथ ही कक्षाओं को सुरक्षित रखने के लिए भी कहा है.
कोरोना से बंद हुए स्कूलों के चलते प्रभावित बच्चों की संख्या 38 प्रतिशत तक बढ़ गई, जिससे दुनियाभर में अतिरिक्त 90 मिलियन छात्रों की सीखने की गति और उनके विकास पर बहुत प्रभाव पड़ा.
यूनेस्को द्वारा एकत्रित आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर के महीने में स्कूल बंद होने से प्रभावित बच्चों की संख्या में लगभग तीन गुना कमी देखी गई.
यूनिसेफ ग्लोबल चीफ ऑफ एजुकेशन रॉबर्ट जेनकिंस के मुताबिक, हमने सब कुछ कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन में स्कूलों की भूमिका और बच्चों को स्कूल में सुरक्षित रखने के लिए जो कदम उठाए हैं, उससे हमने बहुत कुछ सीखा है. हम गलत दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और यह सब बहुत जल्दी हो रहा है.
रिपोर्टों के मुताबिक, स्कूलों की इस महामारी को बढ़ाने में मुख्य भूमिका नहीं है. फिर भी सरकारें अन्य और अंतिम उपायों की बजाय स्कूलों को बंद करने का सहारा ले रही हैं.